भोपाल: नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भोपाल में 'संविधान बचाओ न्याय शांति यात्रा' निकाली. इसका नेतृत्व खुद सूबे के सीएम कमलनाथ ने किया. नागरिकता कानून और एनआरसी को संविधान के खिलाफ बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि इस कानून का भारी दुरुपयोग हो सकता है. देश के संविधान के खिलाफ केंद्र की सरकार जा रही है, इसके लिए हमें लड़ना है. सीएम कमलनाथ ने कहा, सवाल यह नहीं है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री क्या कह रहे हैं. वे अलग-अलग बातें क्यों कर रहे हैं. सवाल यह भी नहीं है कि कानून में क्या शामिल है. जो शामिल है उसको लेकर हम सड़क पर नहीं हैं. यह इसके उपयोग के बारे में नहीं बल्कि इसके दुरुपयोग के बारे में है. इसका दुरुपयोग किया जा सकता है.
सीएम कमलनाथ ने कहा कांग्रेस की संस्कृति सभी धर्मो को जोड़ने की रही है, ये कानून तोड़ने वाला है. बीजेपी देश को गुमराह करने का काम कर रही है, जिसके खिलाफ हम सड़क पर उतरे हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि वे अपने राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून को लागू नहीं होने देंगे. सीएम कमलनाथ इससे पहले कहा, "मध्य प्रदेश सरकार इसे ठुकराती है. हम भारत के संविधान और संस्कृति का सम्मान करते हुए इस कानून का पालन नहीं करेंगे."
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इस कानून के दुरुपयोग का ज्यादा डर-
Madhya Pradesh CM Kamal Nath: Today, question is not about what Prime Minister and Home Minister are saying. They are saying different things. Question is not about what is included in the act, it's about what is not included. This is not about its use but of its misuse. #CAA pic.twitter.com/Iil8EojCJk
— ANI (@ANI) December 25, 2019
सीएम कमलनाथ ने यह भी साफ किया कि NPR को यूपीए सरकार लेकर आयी थी मगर ये सरकार एनपीआर को एनआरसी से जोड़ रही है जो खतरनाक है. सीएए और NRC को लेकर सीएम कमलनाथ ने कहा, ऐसे संविधान विरोधी कानून को हम अपने प्रदेश में लागू नहीं करेंगे.