भोपाल: मध्य प्रदेश की सियासत (Madhya Pradesh Politics) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya M Scindia) के पार्टी छोड़ने के बाद से ही राज्य में सियासी संकट गहरा गया है. कांग्रेस (Congress) छोड़ बीजेपी (BJP) में शामिल होने के बाद शुक्रवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी की ओर से राज्यसभा (Rajya Sabha) के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. इसके बाद वे जब भोपाल एयरपोर्ट (Bhopal Airport) की ओर जाने लगे तो कुछ लोगों ने कमला पार्क इलाके में उनके काफिले को रोकने की कोशिश की और उन्हें काले झंडे (Black Flag) दिखाए. काले झंडे दिखाने और काफिले को रोकने के आरोप में कम से कम 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
भोपाल में ज्योतिरादित्य सिंधिया को काले झंडे दिखाने और कथित रूप से उनकी कार रोककर उन पर पत्थर से हमला करने की कोशिश की गई. इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता शिवराज सिंह चौहान वे राज्य की कमलनाथ सरकार की कड़ी आलोचना की है. हालांकि अब इस मामले में करीब 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है. यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाए गए काले झंडे
देखें ट्वीट-
Madhya Pradesh: Case registered against at least 30 unknown persons for showing black flags to BJP leader Jyotiraditya M Scindia and trying to stop his convoy in Kamala Park area while he was on his way to Bhopal Airport yesterday.
— ANI (@ANI) March 14, 2020
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख को कमलनाथ सरकार के नेतृत्व वाली सरकार पर मंडरा रहे संकट के बादल नहीं छटे और राज्य में सियासी पारा चढ़ा रहा. दिनभर बेंगलुरु से विधायकों के आने का इंतजार होता रहा, लेकिन वो नहीं आए. मध्य प्रदेश के सियासी संकट को लेकर एक ओर जहां कांग्रेस ने बहुमत का दावा कर रही है तो वहीं बीजेपी का कहना है कि सरकार अल्पमत में आ चुकी है. आपको बता दें कि कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके 22 विधायकों में से 19 बेंगलुरु में हैं.