लालू प्रसाद यादव का बड़ा खुलासा, कहा- महागठबंधन में वापसी करना चाहते थे बिहार के CM नीतीश कुमार
जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने लालू प्रसाद के इन दावों का सिरे से खारिज किया है.
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने दावा किया है कि बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) महागठबंधन में वापस लौटना चाहते थे. लेकिन उन्होंने मना कर दिया क्योंकि नीतीश कुमार पर उनका भरोसा पूरी तरह खत्म हो गया. लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार ने यह कवायद महागठबंधन को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ जाने के छह महीने के अंदर ही की थी. दरअसल, लालू प्रसाद ने नलिन वर्मा के साथ मिलकर लिखी गई अपनी किताब 'गोपालगंज टु रायसीनाः माइ पॉलिटिकल जर्नी' में दावा किया है कि नीतीश कुमार ने उस दरम्यान अपनी पार्टी जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को उनके पास अलग-अलग मौकों पर अपना दूत बनाकर पांच बार भेजा था. लेकिन मैंने मना कर दिया.
हालांकि जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने लालू प्रसाद के इन दावों का सिरे से खारिज किया है. उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि नीतीश कुमार ने साल 2017 में रिश्ते बिगड़ने के बाद महागठबंधन में जाने की इच्छा कभी जाहिर नहीं की. केसी त्यागी ने कहा कि जेडीयू का आरजेडी से अलगाव बिल्कुल स्थाई है और नीतीश कुमार भ्रष्टाचार पर समझौता करने वाले नहीं हैं. इसलिए, लालू का दावा बिल्कुल झूठा है. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार की भागलपुर सीट पर RJD के बुलो मंडल को शिकस्त दे पाएंगे JDU के अजय मंडल?
उधर, प्रशांत किशोर ने टीओआई से बात करते हुए लालू प्रसाद से मिलने की बात का न इकरार किया, न इनकार. उन्होंने कहा कि मैं कुछ नहीं कहूंगा और न ही कुछ कन्फर्म करूंगा. बता दें कि नीतीश कुमार ने जून 2013 में बीजेपी से गठबंधन तोड़ा था और फिर 2015 में लालू प्रसाद के साथ मिलकर बिहार में विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. हालांकि जुलाई 2017 में नीतीश ने लालू से नाता तोड़ फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन कर लिया था.