Lok Sabha Election 2019: उत्तर प्रदेश में मतगणना जारी, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदेश की 80 सीटों के नतीजे के लिए मतगणना शुरू हो गई है. मतगणना के लिए गुरुवार सुबह सबसे पहले मतगणना प्रेक्षक, जिला निर्वाचन अधिकारी, उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम की सील खोली गई...
Lok Sabha Election Result 2019: लोकसभा चुनाव 2019 में प्रदेश की 80 सीटों के नतीजे के लिए मतगणना शुरू हो गई है. मतगणना के लिए गुरुवार सुबह सबसे पहले मतगणना प्रेक्षक, जिला निर्वाचन अधिकारी, उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में स्ट्रांग रूम की सील खोली गई. इसकी वीडियो रिकॉडिर्ंग भी हो रही है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल़ वेंकटेश्वर लू ने बताया कि 1.63 लाख से ज्यादा ईवीएम में कैद 979 उम्मीदवारों के भाग्य का आज फैसला हो जाएगा.
इसके लिए चुनाव आयोग ने चाक-चौबंद व्यवस्था की है. किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं. लू ने बताया कि प्रदेश के 80 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना के लिए सभी 75 जिलों में 77 मतगणना स्थल बनाए गए हैं. आजमगढ़ और कुशीनगर में दो-दो केंद्रों पर मतगणना चल रही है. अन्य जिलों में एक-एक मतगणना स्थल बनाए बने हैं. प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा क्षेत्रवार मतों की गिनती चल रही है.
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हर विधानसभा क्षेत्र की मतगणना के लिए 14-14 टेबल और एक आरओ टेबल लगाई गई है. गाजियाबाद में सबसे अधिक मतदाता होने से वहां अतिरिक्त टेबल लगाई गई हैं. उन्होंने बताया कि काउंटिंग टेबल पर उम्मीदवारों के एजेंट के सामने ईवीएम की सील दिखाकर ईवीएम के नंबर का मिलान हुआ. इसके बाद कंट्रोल यूनिट की सील तोड़कर मतगणना शुरू हुई. ईवीएम के मतों की गणना पूरी होने के बाद हर विधानसभा क्षेत्र की पांच-पांच ईवीएम और वीवीपैट के मतों का मिलान किया जाएगा.
इसके लिए पांच-पांच ईवीएम का चयन संबंधित विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ की पर्चियों में से लॉटरी निकालकर किया जाएगा. वीवीपैट की पर्चियों की गणना और ईवीएम के मतों का मिलान कराया जाएगा. अगर कहीं भी ईवीएम और वीवीपैट के मतों में विरोधाभास है तो वीवीपैट के मतों को अंतिम माना जाएगा. प्रदेश में करीब 200 पोलिंग बूथों पर वीवीपैट को क्लीयर किए बिना ही उसका मतदान में उपयोग किया गया है. ऐसे पोलिंग बूथों के मतों की गणना वीवीपैट की स्लिप से की जाएगी.
लू ने बताया कि ईवीएम को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों व सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहे संदेशों के बीच उत्तर प्रदेश में निर्वाचन आयोग बेहद मुस्तैद है.
लू ने बताया कि ऐसे लोकसभा क्षेत्र, जिनकी सीमाएं दो अथवा तीन जिलों में हैं, वहां परिणाम देर से घोषित होंगे. क्योंकि प्रत्येक चक्र के बाद विधानसभा और लोकसभा वार मतगणना का परिणाम संकलित करने में देरी लगेगी. मतगणना का रुझान नौ बजे के बाद से ही मिलने लगेगा. चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार नतीजे घोषित होने में 5-6 घंटे की देरी हो सकती है. ऐसे में परिणाम शाम छह बजे के बाद ही आने की उम्मीद है.
मतगणना के मद्देनजर राज्य भर में बड़ी तादाद में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. केवल वैध पासधारक ही मतदान केन्द्रों में प्रवेश कर सकेंगे. लगभग दर्जन भर संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त एहतियात बरती जा रही है और निषेधाज्ञा लागू की गई है.
उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग ने विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगा रखा है. आयोग ने स्पष्ट कहा है कि आदेशों के अनुपालन में किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. संवेदनशीलता को देखते हुए सभी जिलों में अद्र्घसैनिक बल व पीएसी मुस्तैद रहेगी. ड्रोन कैमरों से मतगणना स्थल और उसके आसपास निगरानी की जाएगी. कंट्रोल रूमों को पूरी तरह अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कुल 80 सीटों पर 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 71, कांग्रेस को दो, समाजवादी पार्टी को पांच और अपना दल को दो सीट मिली थीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह की किस्मत का आज फैसला हो जाएगा.