लोकसभा चुनाव 2019: तेलंगाना और तमिलनाडु के 100 किसान पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से लड़ेंगे चुनाव
तेलंगाना (Telangana) और तमिलनाडु (Tamil Nadu) के करीब 100 किसान अपनी समस्याओं को रेखांकित करने के लिए वाराणसी लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं...
हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana) और तमिलनाडु (Tamil Nadu) के करीब 100 किसान अपनी समस्याओं को रेखांकित करने के लिए वाराणसी लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं. वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) फिर से चुनाव लड़ने वाले हैं. भारतीय हल्दी उत्पादक किसान संघ के अध्यक्ष पी के देइवासीगामणी ने कहा कि वे अपना नामांकन पत्र 29 अप्रैल से पहले दाखिल करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘वे चुनाव लड़ने के लिए जमानत राशि का इंतजाम करने की प्रक्रिया में हैं.’’ वाराणसी में चुनाव आखिरी चरण में 19 मई को होगा. देइवासीगामणी ने पीटीआई से कहा, ‘‘चाहे भाजपा सरकार हो या कांग्रेस सरकार, किसानों को हमेशा ही नजरंदाज किया जाता है. तमिलनाडु से 50 और तेलंगाना से 50 किसान वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे.’’ उन्होंने कहा, हम किसानों के मुद्दों को रेखांकित करना चाहते हैं. हमें अपने उत्पाद के लिए कभी भी लाभकारी कीमत नहीं मिली.’’
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उन्होंने दावा किया कि जहां तक सरकारी नीतियों का सवाल है, पूरे देश में किसानों को नजरंदाज किया जाता है. देइवासीगामणी ने आरोप लगाया कि गत वर्ष 381 किसानों ने आत्महत्या की. निजामाबाद से 177 किसानों ने सत्ताधारी टीआरएस के खिलाफ विरोध स्वरूप चुनाव लड़ा था. किसानों ने वहां से चुनाव टीआरएस पर हल्दी और लाल ज्वार के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने और निजामाबाद में हल्दी बोर्ड स्थापित कराने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए इसके विरोध स्वरूप लड़ा था.
निजामाबाद से भाजपा उम्मीदवार धर्मपुरी अरविंद ने कहा कि वाराणसी सीट से तेलंगाना किसानों द्वारा प्रस्तावित सामूहिक नामांकन ‘‘राजनीतिक रूप से प्रेरित’’ है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं तेलंगाना के हल्दी किसानों से अनुरोध करता हूं कि वे वाराणसी में चौकीदार (मोदी) द्वारा किया गया विकास देखें और उसकी तुलना निजामाबाद में कविता द्वारा किये गए विकास से करें....यदि आप मोदी के प्रदर्शन से संतुष्ट हों तो कृपया वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर जाएं और गंगाजल लायें.’’