नई दिल्ली. आचार संहिता उल्लंघन मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को चुनाव आयोग (Election Commission) ने क्लीन चिट दे दी है. महाराष्ट्र के वर्धा में राहुल गांधी को लेकर दिए बयान के मामले में चुनाव आयोग ने फैसला सुनाते हुए कहा है कि पीएम (PM Modi) ने आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया. चुनाव आयोग (Election Commission) ने प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा सौंपे गए जवाब पर संतुष्टि जताई है और कहा है कि पीएम द्वारा 1 अप्रैल को महाराष्ट्र (Maharashtra) के वर्धा (Wardha) में दिया गया भाषण आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं था. बता दें कि कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने आयोग से शिकायत की थी.
सांसद का आरोप है कि पीएम मोदी (PM Modi) और भाजपा अध्यक्ष शाह (Amit Shah) नफरत फैलाने वाले भाषण देते हैं और राजनीतिक प्रचार के लिए सेना का इस्तेमाल कर रहे हैं जो चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है. यह भी पढ़े-पीएम मोदी के वर्धा में दिए भाषण पर चुनाव आयोग सख्त, अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
Election Commission: In matter related to a complaint concerning alleged violation of Model Code of Conduct in a speech by PM Narendra Modi in Wardha, Maharashtra on 01.04.2019, Commission is of the considered view that in this matter no such violation has been noticed. pic.twitter.com/oCNjMkpWSO
— ANI (@ANI) April 30, 2019
गौरतलब है कि 1 अप्रैल 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) के वर्धा (Wardha) में अपने भाषण में कहा था कि कांग्रेस ने हिंदुओं को अपमानित करने का काम किया है. पूरे विश्व को परिवार मानने वाले हिन्दू समाज को आतंकी कह दिया...आतंकवाद हिन्दू के साथ जोड़ दिया...ये आतंकवादी हिन्दू की सजा उनको मिल चुकी है, इसलिए भाग करके जहां मेजोरिटी माइनरिटी में है वहां शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं. यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019: वर्धा में गरजे पीएम मोदी, कहा- शरद पवार को हवा का रुख पता है, इसलिए नहीं उतरे मैदान में
ऐसा माना जाता है कि वर्धा (Wardha) में भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी (Prime Minister Modi) ने अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा केरल (Kerala) के वायनाड (Wayanad) सीट से चुनाव लड़ने की ओर इशारा किया था. कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट में न सिर्फ पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की शिकायत की गई थी बल्कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (BJP President Amit Shah) पर भी आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया गया था.