तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव में गोसाबा, खरदाहा, दिनहाटा सीट पर जीत गई है. जबकि शांतिपुर विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस आगे चल रही है. टीएमसी नेता उदयन गुहा ने दिनहाटा सीट पर फिर से जीत हासिल कर ली हैं, जिसे बीजेपी ने गत अप्रैल के चुनाव में उनसे छीन लिया था. उपचुनाव निसिथ प्रमाणिक के इस्तीफे के बाद कराया गया जो अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं क्योंकि उन्होंने अपनी लोकसभा सदस्यता बरकरार रखने का फैसला किया था. दिनहाटा और शांतिपुर उपचुनाव को बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, जो वर्तमान में विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से जूझ रही है. बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार ने शांतिपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. उधर, पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और कांग्रेस भी पूरी तरह से नाकामयाब हुई है. वाममोर्चा ने कांग्रेस से नाता तोड़ते हुए चार विधानसभा सीटों पर अकेले लड़ने का फैसला किया था.
तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल विधानसभा उपचुनाव में गोसाबा, खरदाहा, दिनहाटा सीट पर जीत गई। शांतिपुर विधानसभा सीट पर तृणमूल कांग्रेस आगे चल रही है। #WestBengalBypolls pic.twitter.com/JtWv331ETP— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 2, 2021
हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों- फतेहपुर, जुब्बल-कोटखाई और अर्की में कांग्रेस जीत गई है. मतगणना मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच पूरी हुई. जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर कांग्रेस के रोहित ठाकुर निर्दलीय उम्मीदवार चेतन सिंह ब्रागता और बीजेपी उम्मीदवार नीलम सेरेक को हराने में कामयाब रहे. जबकि फतेहपुर में बीजेपी के बलदेव ठाकुर भी कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भवानी सिंह पठानिया से मात खा गए. वहीं, अर्की में भी कांग्रेस उम्मीदवार संजय ने बीजेपी के रतन सिंह पाल को शिकस्त दे दी. बीजेपी ने 2017 में जुब्बल-कोटखाई सीट से जीत हासिल की थी जबकि अर्की और फतेहपुर सीट कांग्रेस के हिस्से आई थी. इन चारों सीटों पर उपचुनाव 30 अक्टूबर को हुए थे.
Final #UPDATE | Congress wins all three Assembly seats in Himachal Pradesh that went to by-polls on October 30th. pic.twitter.com/HKcYAlHtEa— ANI (@ANI) November 2, 2021
पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता उदयन गुहा ने दिनहाटा सीट पर फिर से जीत हासिल कर ली हैं, जिसे बीजेपी ने गत अप्रैल के चुनाव में उनसे छीन लिया था. उपचुनाव निसिथ प्रमाणिक के इस्तीफे के बाद कराया गया जो अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं क्योंकि उन्होंने अपनी लोकसभा सदस्यता बरकरार रखने का फैसला किया था. दिनहाटा और शांतिपुर उपचुनाव को बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, जो वर्तमान में विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से जूझ रही है. बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार ने शांतिपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था. आज सुबह मतों की गिनती शुरू होने के बाद से ही बंगाल की चारों सीटों पर टीएमसी का दबदबा था.
#WestBengal by-polls | TMC wins in Gosaba and Dinhata, leads in remaining two. pic.twitter.com/LtHTEerILm— ANI (@ANI) November 2, 2021
राजस्थान में वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत और धारियावाड़ से बीजेपी विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के कारण उपचुनाव कराना पड़ा. वल्लभनगर में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा. कांग्रेस ने धारियावाड़ से नागराज मीणा को बीजेपी प्रत्याशी खेत सिंह मीणा के खिलाफ मैदान में उतारा है.
#Rajasthan by-polls | Congress wins in Dhariawad Assembly constituency, leads in Vallabhnagar. pic.twitter.com/Rajf7ZwS2i— ANI (@ANI) November 2, 2021
हिमाचल प्रदेश में उपचुनावों के लिए डाले गए मतों की मंगलवार को हो रही गणना के रुझानों में मंडी लोकसभा सीट और जुब्बल-कोटखाई एवं अर्की विधानसभा सीट पर कांग्रेस आगे चल रही है जबकि फतेहपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बढ़त मिली हुई है. मंडी संसदीय सीट पर, दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी एवं कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा सिंह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी करगिल युद्ध के नायक एवं भाजपा के उम्मीदवार बिग्रेडियर (अवकाश प्राप्त) खुशाल ठाकुर से 5,755 मतों से आगे चल रही हैं. जबकि जुब्बल-कोटखाई विधानसभा सीट पर कांग्रेस के रोहित ठाकुर निर्दलीय उम्मीदवार चेतन सिंह ब्रागता (20,460) से 3,707 मतों से आगे चल रहे हैं. भाजपा उम्मीदवार नीलम सेरेक को अब तक केवल 2,383 मत मिले हैं.फतेहपुर में भाजपा के बलदेव ठाकुर कांग्रेस के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भवानी सिंह पठानिया से 861 मतों के अंतर से आगे चल रहे हैं. अर्की में कांग्रेस उम्मीदवार संजय, भाजपा के रतन सिंह पाल से 3,994 मतों से आगे चल रहे हैं. भाजपा ने 2019 में मंडी और 2017 में जुब्बल-कोटखाई सीट से जीत हासिल की थी जबकि अर्की और फतेहपुर सीट कांग्रेस के हिस्से आई थी.
राजस्थान की धरियावद व वल्लभनगर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव के तहत मंगलवार को जारी मतों की गिनती में दोपहर एक बजे तक के रूझान में दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी से आगे हैं. निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार मतगणना में वल्लभनगर में कांग्रेस की प्रीति सिंह शक्तावत अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी उदयलाल डांगी (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) से 8088 वोट से आगे हैं. वहीं, धरियावद में कांग्रेस उम्मीदवार नगराज मीणा अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खेत सिंह से 20,252 मतों से आगे हैं. वल्लभनगर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के लिए मतों की गणना 23 राउंड व धरियावद विधानसभा क्षेत्र पर उपचुनाव के लिए मतों की गणना 24 राउंड में पूरी होगी.
मिजोरम की तुइरियल सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ एमएनएफ के उम्मीदवार के लालदॉन्गलियाना ने कुल 14,561 मतों में से 39.96 प्रतिशत मत हासिल कर जीत दर्ज कर ली है. चुनाव आयोग ने बताया कि के. लालदॉन्गलियाना ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी जोरम पीपुल्स पार्टी (जेडपीएम) के लालथनमाविया को 1,284 मतों से मात दी. लालदॉन्गलियाना को 5,820 और लालथनमालिया को 4,536 (31.15 प्रतिशत) मत मिले. कांग्रेस प्रत्याशी चालरोसंगा राल्ते 3,927 (26.96 प्रतिशत) मत हासिल कर तीसरे नंबर रहे. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के. लालदिंथरा को 246 (1.86 प्रतिशत) वोट मिले. जोरम पीपुल्स पार्टी (जेडपीएम) के विधायक एंड्र्यू एच थांगलियाना के निधन के बाद कोलासिब जिले की इस सीट पर उपचुनाव हुआ.
मिजोरम की तुइरियल सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ एमएनएफ के उम्मीदवार के लालदॉन्गलियाना ने कुल 14,561 मतों में से 39.96 प्रतिशत मत हासिल कर जीत दर्ज कर ली है. चुनाव आयोग ने बताया कि के. लालदॉन्गलियाना ने अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी जोरम पीपुल्स पार्टी (जेडपीएम) के लालथनमाविया को 1,284 मतों से मात दी. लालदॉन्गलियाना को 5,820 और लालथनमालिया को 4,536 (31.15 प्रतिशत) मत मिले. कांग्रेस प्रत्याशी चालरोसंगा राल्ते 3,927 (26.96 प्रतिशत) मत हासिल कर तीसरे नंबर रहे. वहीं, भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के. लालदिंथरा को 246 (1.86 प्रतिशत) वोट मिले. जोरम पीपुल्स पार्टी (जेडपीएम) के विधायक एंड्र्यू एच थांगलियाना के निधन के बाद कोलासिब जिले की इस सीट पर उपचुनाव हुआ.
हिमाचल प्रदेश में अब कांग्रेस 2 सीटों पर और बीजेपी 1 पर आगे चल रही है. जबकि मध्य प्रदेश में अब बीजेपी 2 सीटों पर और कांग्रेस 1 (रायगांव विधानसभा सीट) पर आगे चल रही है.
By-election to Assembly constituencies | In Himachal Pradesh, now Congress leading on 2 seats & BJP on 1 (total 3 seats). In Madhya Pradesh, now BJP leading on 2 seats & Congress on 1 (total 3 seats). pic.twitter.com/n811ZtScQZ— ANI (@ANI) November 2, 2021
बीजेपी मंगलवार को पहले दौर की मतगणना के बाद सभी चार सीटों- तीन विधानसभा और एक लोकसभा पर आगे चल रही है. सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जारी है. पहले दौर की मतगणना के बाद सुबह नौ बजे तक बीजेपी के उम्मीदवार चारों सीटों पर आगे चल रहे हैं. खंडवा लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार ज्ञानेश्वर पाटिल को कांग्रेस के राज नारायण पूर्णी के 11,264 के मुकाबले अब तक 16,984 वोट मिले हैं. रैगांव से बीजेपी उम्मीदवार प्रतिमा बागरी को 5,973 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार कल्पना वर्मा को 5,754 वोट मिले हैं. जोबाट में बीजेपी प्रत्याशी सुलोचना रावत कांग्रेस के महेश पटेल से 1,590 मतों से आगे चल रही हैं. इसी तरह पृथ्वीपुर सीट पर बीजेपी प्रत्याशी शिशुपाल कांग्रेस के नितेंद्र प्रताप सिंह से 429 मतों से आगे चल रहे हैं. चारों सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव हुए थे.
नई दिल्ली: 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली की तीन लोकसभा (Lok Sabha) सीटों और 29 विधानसभा (Assembly) सीटों के लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई चुकी है. इन 29 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के पास छह, कांग्रेस के पास नौ सीटें थीं. जबकि बाकी सीटों पर क्षेत्रीय दलों का कब्जा था. सभी स्थानों पर 30 अक्टूबर को वोट डाले गए थे. बिहार विधानसभा उपचुनाव की मतगणना को लेकर राजद ने पार्टी के बड़े नेताओं को तैनात किया
विधानसभा उपचुनाव असम की पांच, पश्चिम बंगाल की चार, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मेघालय की तीन-तीन, बिहार, कर्नाटक और राजस्थान की दो-दो और आंध्र प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मिजोरम और तेलंगाना की एक-एक सीट के लिए मतदान हुआ था. जिन सीटों पर लोकसभा उपचुनाव हुए उनमें दादरा और नगर हवेली, हिमाचल प्रदेश की मंडी और मध्य प्रदेश में खंडवा सीट शामिल है. तीनों लोकसभा सीटों के मौजूदा सदस्यों की मृत्यु हो गई थी.
इन दिग्गजों की किस्मत दांव पर-
तीन नये केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा देने वाले इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता अभय चौटाला, कांग्रेस के दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह और पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर ई. लिंगदोह और तेलंगाना के पूर्व मंत्री ई. राजेंद्र प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं जिनके भाग्य का फैसला होगा.
हिमाचल की मंडी सीट गत मार्च में रामस्वरूप शर्मा (बीजेपी) के निधन के बाद खाली हुई थी. खंडवा संसदीय सीट के लिए उपचुनाव बीजेपी सांसद नंद कुमार सिंह चौहान के निधन के चलते करना आवश्यक हो गया था, जबकि दादरा और नगर हवेली में, यह निर्दलीय लोकसभा सदस्य मोहन डेलकर के निधन के कारण कराना पड़ा.
मंडी में प्रतिभा सिंह का मुकाबला बीजेपी के खुशाल सिंह ठाकुर से है. मेघालय में, पूर्व राष्ट्रीय फुटबॉलर ई. लिंगदोह यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के टिकट पर मावफलांग से चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के पूर्व विधायक कैनेडी सी खैरीम और एनपीपी से जिला परिषद (एमडीसी) के मौजूदा सदस्य लम्फ्रांग ब्लाह से है.
हरियाणा में, केंद्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में इनेलो के नेता अभय चौटाला के विधायक पद से इस्तीफा देने के कारण ऐलनाबाद विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव करने की जरुरत पड़ी.
इनेलो प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला के बेटे चौटाला का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार पवन बेनीवाल और बीजेपी-जजपा उम्मीदवार गोबिंद कांडा से है, जो हरियाणा लोकहित पार्टी के प्रमुख एवं विधायक गोपाल कांडा के भाई हैं.
दादरा और नगर हवेली लोकसभा क्षेत्र से सात बार के निर्दलीय सांसद मोहन डेलकर की पत्नी कलाबेन डेलकर शिवसेना उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं उनका मुकाबला बीजेपी के महेश गावित और कांग्रेस के महेश धोडी से है.
तेलंगाना के हुजूराबाद विधानसभा क्षेत्र में सत्तारूढ़ टीआरएस, विपक्षी बीजेपी और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है.
असम में सत्तारूढ़ बीजेपी ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि अन्य दो सीटें गठबंधन सहयोगी यूपीपीएल के लिए छोड़ दी हैं. कांग्रेस ने सभी पांच सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि उसके पूर्व सहयोगी एआईयूडीएफ और बीपीएफ क्रमश: दो और एक सीट पर चुनाव लड़ रही हैं.
पश्चिम बंगाल में, टीएमसी नेता उदयन गुहा दिनहाटा सीट पर फिर से जीत हासिल करना चाह रहे हैं, जिसे बीजेपी ने गत अप्रैल के चुनाव में उनसे छीन लिया था.
उपचुनाव निसिथ प्रमाणिक के इस्तीफे के बाद कराया गया जो अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं क्योंकि उन्होंने अपनी लोकसभा सदस्यता बरकरार रखने का फैसला किया था.
दिनहाटा और शांतिपुर उपचुनाव को बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है, जो वर्तमान में विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के पार्टी छोड़कर जाने से जूझ रही है.
बीजेपी सांसद जगन्नाथ सरकार ने शांतिपुर विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था.
राजस्थान में वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत और धारियावाड़ से बीजेपी विधायक गौतम लाल मीणा के निधन के कारण उपचुनाव कराना पड़ा.
वल्लभनगर में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत को टिकट दिया है, जबकि बीजेपी ने हिम्मत सिंह झाला को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस ने धारियावाड़ से नागराज मीणा को बीजेपी प्रत्याशी खेत सिंह मीणा के खिलाफ मैदान में उतारा है.