भोपाल, 3 नवंबर: मध्यप्रदेश में हो रहे विधानसभा के उप-चुनाव में मतदान से पहले की रात तमाम उम्मीदवार से लेकर नेताओं और कार्यकर्ता का रतजगा चला. कई स्थानों पर शराब और पैसे बांटे जाने की बाते भी सामने आ रही है. वहीं मतदान के दौरान ग्वालियर-चंबल (Gwalior-Chambal) के कई स्थानों में तनाव भी है. राज्य में उप-चुनाव कई मायनों में महत्वपूर्ण है, यह चुनाव सरकार के भविष्य का भी फैसला करने वाला है. राज्य के जिन 28 विधानसभा क्षेत्रों में उप-चुनाव हो रहे हैं उनमें शिवराज सरकार (Shivraj Singh Chouhan) के 12 मंत्री प्रभु राम चौधरी, इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसोदिया, गिरिराज दंडोतिया, ओ.पी.एस. भदौरिया, सुरेश धाकड़, बृजेंद्र सिंह यादव, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, एदल सिंह कंसाना, बिसाहूलाल सिंह और हरदीप सिंह डंग के भी भाग्य का फैसला होने वाला है.
दोनों ही दलों बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवार, नेता और कार्यकर्ता मतदान से पहले की रात जागे और मतदाताओं से संपर्क करने में व्यस्त रहे. वहीं कार्यकर्ता और नेता विरोधी दलों पर नजर रखे हुए थे. दोनों ही दलों पर शराब और पैसे बांटने की बातें सामने आई है. उम्मीदवार और उनके समर्थकों को ग्रामीणों ने घेरा भी.
उप-चुनाव में ग्वालियर चंबल इलाके को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जा रहा है, यहां की कई सीटें उत्तर प्रदेश की सीमा पर है और पिछले चुनावों में भी वहां हिंसा हो चुकी है. लिहाजा इस बार भी सुबह से ही तनाव है. मुरैना जिले के सुमावली विधानसभा क्षेत्र के जतावर के पाठकपुरा में विवाद और हंगामा होने की खबरें आ रही हैं. इसी तरह कई अन्य स्थानों पर तनाव है.