कोटा:- राजस्थान (Rajasthan) के कोटा ( Kota) में नवजातों की मौत का सिलसिला नहीं थम रहा है. मृतक बच्चों का आंकड़ा 100 को पार कर चूका है. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक विशेष टीम राजस्थान के कोटा स्थित जे.के. लोन अस्पताल का आज दौरा करेगी. इसके अलावा प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा भी आज कोटा पहुंचेंगे. बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से कोटा के सरकारी अस्पताल का दौरा करने और वहां की व्यवस्था को देखने का निवेदन किया था. पिछले एक महीने में राजस्थान के कोटा जिले के जे. के. लोन (JK Lon Hospital) सरकारी अस्पताल में 100 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है.
कोटा में हो रही बच्चों मौत पर सियासत तेज हो गई है. बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने तंज कसते हुए ट्वीट कहा है कि कांग्रेस शासित राजस्थान के कोटा जिले में हाल ही में लगभग 100 मासूम बच्चों की मौत से माओं का गोद उजड़ना अति-दुःखद व दर्दनाक. तो भी वहां के सीएम श्री गहलोत स्वयं व उनकी सरकार इसके प्रति अभी भी उदासीन, असंवेदनशील व गैर-जिम्मेदार बने हुए हैं, जो अति-निन्दनीय. भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेता अमित मालवीय ने भी हमला करते हुए कहा था कि सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कोई बच्चों की मौत पर कोई सवाल नहीं पूछता है. यह भी पढ़ें:- कोटा में मासूम बच्चों की मौत पर अशोक गहलोत बोले-सीएए को लेकर देश के मौजूदा माहौल से ध्यान हटाने के लिए उठाया जा रहा मुद्दा.
बता दें कि सरकारी अस्पताल में बच्चों की मौत मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को पार्टी के राज्य प्रभारी अविनाश पांडे से वहां की स्थिति और अशोक गहलोत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी ली. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राज्य सरकार ने इस मामले में उठाए गए कदमों से जुड़ी रिपोर्ट सोनिया को भेजी गई हैं. गौरतलब हो कि कोटा में दिसंबर महीने में 100 बच्चों की मौत हो गया है. वहीं खबरों की माने तो साल 2018 में 1,005 बच्चों की मौत हुई थी. अगर साल 2019 के आंकड़ो पर नजर डालें तो 963 बच्चों ने मौतें हुई थी.