शत्रुघ्न को भारी पड़ सकता है महारैली में शामिल होना, बीजेपी ने दिए बड़ी कार्रवाई के संकेत
अबकी बार बीजेपी अपने सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को बख्शने के मूड में नहीं लग रही है. कई बार पार्टी विरोधी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले शत्रुघ्न सिन्हा को शनिवार को कोलकाता में ममता बनर्जी के महारैली में जाना भारी पड़ सकता है.
नई दिल्ली: अबकी बार बीजेपी (BJP) अपने सांसद शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) को बख्शने के मूड में नहीं लग रही है. कई बार पार्टी विरोधी कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले शत्रुघ्न सिन्हा को शनिवार को कोलकाता में ममता बनर्जी के महारैली में जाना भारी पड़ सकता है. महारैली में जाने के कारण शत्रुघ्न से बीजेपी बहुत ज्यादा नाराज हो गई है. और जल्द ही कोई बड़ा एक्शन ले सकती है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने बिहार के पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा पर कार्रवाई के संकेत देते हुए कहा कि पार्टी ने इस घटना का संज्ञान लिया है और जल्द ही उचित कदम उठाए जाएंगे. दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ कोलकाता में “एकजुट भारत” रैली का आयोजन किया. जिसमें विपक्षी दलों के कई नेता शामिल हुए.
वहीं संयुक्त विपक्ष की रैली को बीजेपी ने अवसरवादी तत्वों का जमावड़ा करार दिया. रूडी ने महारैली को मोदी विरोधी अभियान करार दिया और कहा कि पार्टी ऐसे कार्यक्रमों से डरती नहीं है. उन्होंने कहा कि वे व्हिप का हर समय पालन करते हैं ताकि उनकी पार्टी की सदस्यता बनी रहे. व्हिप जारी होने पर वे हमसे पहले जाकर अपनी सीट पर बैठ जाते हैं. लेकिन, साथ ही वे इतने मौका परस्त हैं कि उनमें मंच पर चढ़ने और सम्मेलन में उपस्थित रहने की भी चाहत है. जिस प्रकार से उनकी गतिविधि है अब तो पार्टी संज्ञान ले चुकी है और मुझे लगता है कि पार्टी कदम उठाएगी.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री रूडी ने आरोप लगाया कि कुछ लोग सांसदों को मिलने वाली सुविधाएं लेने के लिए सिर्फ बीजेपी का ठप्पा लगाकर घूमना चाहते हैं.
शत्रुघ्न ने महारैली में जाने से पहले कहा था कि बीजेपी में उन्हें सम्मान नहीं मिला इसलिए वह रैली में शामिल होंगे. शत्रुघ्न केंद्र की बीजेपी सरकार के कई निर्णयों को लेकर विरोध करते रहे हैं जिसमें नोटबंदी भी शामिल है.
महारैली में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार, तेलुगू देशम पार्टी (TDP) नेता एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी शामिल हुए. जबकि बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, पूर्व सांसद अरुण शौरी और यशवंत सिन्हा तथा राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी, द्रमुक नेता एमके स्टालिन तथा लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव भी शामिल हुए.