केरल गोल्ड स्मगलिंग मामले (Kerala Gold Smuggling Case) को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विरोधी दलों ने मौजूदा पिनराई सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. जिसमें बीजेपी, कांग्रेस सभी शामिल है. इनकी मांग है कि राज्य मंत्री के.टी. जलील (K. T. Jaleel) के इस्तीफा दें. इस मांग को लेकर रोज सड़कों पर विरोध प्रदर्शन देखा जा रहा है. इसी कड़ी में केरल स्टूडेंट्स यूनियन (KSU) के सदस्यों ने सोमवार को गोल्ड की तस्करी मामले में अपनी कथित संलिप्तता को लेकर राज्य मंत्री केटी जेलेल के इस्तीफे की मांग को लेकर तिरुवनंतपुरम में एक विरोध मार्च निकाला. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में इस मामले में जलील का बयान दर्ज किया था, जिसके बाद उनके खिलाफ प्रदर्शन शुरू हो गए. राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन रविवार को भी देखा गया था. जहां कांग्रेस और बीजेपी के उनके इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन किये, जबकि वहीं माकपा की प्रदेश इकाई ने केंद्रीय जांच एजेंसी की आलोचना करते हुए कहा कि उसका राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है.
ANI का ट्वीट:-
Kerala: Members of Kerala Students Union (KSU) held a protest march in Thiruvananthapuram today demanding State Minister KT Jaleel's resignation over his alleged involvement in the gold smuggling case.
Police used water cannons to disperse the protestors. pic.twitter.com/CK9zHlv64W
— ANI (@ANI) September 14, 2020
गौरतलब हो कि गोल्ड स्मलिंग केस तब सामने आया था जब तिरुवनंतपुरम में यूएई कांसुलेट के एक पूर्व कर्मचारी पी.एस. सरिथ को कस्टम के अधिकारियों ने 30 किलो सोना दुबई से केरल लाने में मदद करने के आरोप में पकड़ा था. ये मामला तब और बड़ा हो गया जब कांसुलेट की एक और पूर्व कर्मचारी स्वपना सुरेश, जो केरल सरकार की आईटी विभाग में पदस्थ थी, का नाम आया. उसका मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के प्रमुख सचिव एम. शिवशंकर से भी लिंक सामने आया था.