कर्नाटक: पुलिस के रास्ता रोकने पर पूर्व सीएम सिद्धारमैया समेत कई कांग्रेस नेताओं ने किया विरोध, स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी अभियान में थे शामिल
कर्नाटक (Karnataka) में सोमवार का दिन सियासी गहमागहमी से भरा हुआ था. राज्य के पूर्व सीएम सिद्धारमैया (Former CM Siddaramaiah), राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार (State Congress Chief DK Shivakumar) और पार्टी के अन्य नेताओं ने सड़क पर उतरक के सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. दरअसल यह विरोध प्रदर्शन पुलिस द्वारा उनके रास्ते में रोकने के बाद विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व सीएम सिद्धारमैया, राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार समेत कई नेता 'स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी' (Speak Up for Democracy) अभियान के तहत केपीसीसी कार्यालय से बेंगलुरु के राजभवन तक रैली निकाल रहे थे. लेकिन इस दौरान उन्हें रस्ते में ही रोक दिया गया. जिसके बाद उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
कर्नाटक (Karnataka) में सोमवार का दिन सियासी गहमागहमी से भरा हुआ था. राज्य के पूर्व सीएम सिद्धारमैया (Former CM Siddaramaiah), राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार (State Congress Chief DK Shivakumar) और पार्टी के अन्य नेताओं ने सड़क पर उतरक के सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. दरअसल यह विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा उनके रास्ते में रोकने के बाद विरोध प्रदर्शन किया. पूर्व सीएम सिद्धारमैया, राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार समेत कई नेता 'स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी' (Speak Up for Democracy) अभियान के तहत केपीसीसी कार्यालय से बेंगलुरु के राजभवन तक रैली निकाल रहे थे. लेकिन इस दौरान उन्हें रस्ते में ही रोक दिया गया. जिसके बाद उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.
दरअसल राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच देश के उन राज्यों में कांग्रेस ने अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया है. जहां से उन्हें सत्ता गंवानी पड़ी है. जिसमें कर्नाटक, मध्य प्रदेश का नाम भी शामिल है. वहीं राजस्थान में अब भी सियासी घमासान मचा हुआ है. यही कारण है कि किया. पूर्व सीएम सिद्धारमैया, राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार समेत कई नेता 'स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी' अभियान के तहत केपीसीसी कार्यालय से बेंगलुरु के राजभवन जा रहे थे. लेकिन उन्हें रास्ते में ही पुलिस ने रोक लिया है.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश और कर्नाटक के बाद अब राजस्थान में कुर्सी की लड़ाई अपने चरम पर है. जहां रोज एक नया ड्रामा देखा जा रहा है. सीएम अशोक गहलोत अपनी सरकार को बचाए रखने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ पायलट खेमा अब भी मैदान में अड़ा हुआ है. कुछ इसी तरह का नजारा कर्नाटक में भी देखा गया था. जहां पर सिद्धारमैया की कुर्सी खिसक गई और उसपर बीजेपी का कब्जा हो गया.