नई दिल्ली. कर्नाटक (Karnataka) में मचे सियासी संकट और गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट (SC) में विधायकों के इस्तीफे को लेकर हुई सुनवाई के बाद विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार (Speaker KR Ramesh Kumar) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि मेरा काम किसी को बचाना नहीं है. मैं 40 साल से सार्वजनिक जीवन में हूं. मैंने इज्जत के साथ जिंदगी गुजारने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि उनसे मुलाकात करने वाले विधायकों ने सही फॉर्मेट में अपने इस्तीफे दे दिए हैं. वह इस बात की जांच करेंगे कि ये 'इस्तीफे स्वैच्छिक हैं और प्रामाणिक हैं या नहीं.' कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर के विधायकों से मुलाकात के बाद एक प्रेस वार्ता में रमेश कुमार (Ramesh Kumar) ने कहा कि, 'विधायक आए थे, उन्होंने कहा कि वे इस्तीफा देना चाहते हैं, मैंने कहा कि वे दे सकते हैं
उन्होंने आगे कहा कि रविवार को छुट्टी होती है. इस दिन मैं दफ्तर नहीं खोल सकता. सोमवार को मुझे कुछ निजी काम पूरे करने थे. मैं उपलब्ध नहीं था. मंगलवार को मैं आया. इस्तीफे का निर्धारित प्रारूप हैं. 8 विधायकों के इस्तीफे उस प्रारूप में नहीं थे. यह भी पढ़े-कर्नाटक: बागी विधायकों से मुलाकात के बाद स्पीकर रमेश कुमार बोले- मैं पूरी रात इस्तीफों की जांच करूंगा और पता लगाऊंगा कि क्या ये वास्तविक हैं
Karnataka Assembly Speaker KR Ramesh Kumar: The Supreme Court has asked me to take a decision. I have videographed everything and I will send it to the Supreme Court. https://t.co/KaAdILHw5t
— ANI (@ANI) July 11, 2019
सुप्रीम कोर्ट (SC) के आदेश का जिक्र करते हुए कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर ने कहा कि मेरे पास आज की कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग है, जो सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को दी जाएगी. उन्होंने कहा कि विधायकों ने मुझसे बात नहीं की और राज्यपाल के पास पहुंच गए. इस पर वो क्या कर सकते हैं? क्या यह यह देश की कार्यप्रणाली का दुरुपयोग नहीं है.
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि स्पीकर द्वारा लिए गए फैसले को शुक्रवार को फिर से सूचित करना होगा जब अदालत इस मामले को फिर से उठाएगी.