Karnataka By-Elections 2019: कर्नाटक उपचुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की पहली लिस्ट, 13 अयोग्य ठहराए गए विधायकों को मिला टिकट
कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गुरुवार को 13 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी है. ये 13 उम्मीदवार कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायक हैं जिन्हें बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने अयोग्य ठहराया था. हालांकि इन्हें उपचुनाव लड़ने की इजाजत दी थी. अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस और जेडीएस के 16 विधायक गुरुवार को बीजेपी में शामिल हुए.
कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव (Karnataka By-Elections) के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुरुवार को 13 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी है. ये 13 उम्मीदवार कांग्रेस (Congress) और जेडीएस के बागी विधायक हैं जिन्हें बुधवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अयोग्य ठहराया था. हालांकि इन्हें उपचुनाव लड़ने की इजाजत दी थी. अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस और जेडीएस (JDS) के 16 विधायक गुरुवार को बीजेपी में शामिल हुए. कर्नाटक में 15 सीटों पर पांच दिसंबर को उपचुनाव होने हैं. कर्नाटक उपचुनाव के परिणाम (Results) नौ दिसंबर को आएंगे.
बीजेपी की ओर से जारी की गई लिस्ट के मुताबिक, अथानी सीट से महेश कुमातल्ली, गोकक से रमेश जारखोली, येल्लपुर से शिवराम हेब्बार, हिरेकेरूर से बीसी पाटिल, विजयनगर से आनंद सिंह, चिकबलपुर से के. सुधाकर, के आर पुरम से बी. बासवराज, महालक्ष्मी लेआउट से के, गोपालैया, होसाकोटे से एमटीबी नागराज, के आर पेट से केसी नारायण गौड़ा, हुन्सुर से एच विश्वनाथ को उम्मीदवार बनाया गया है. यह भी पढ़ें- Karnataka By-Elections 2019: कर्नाटक में 15 सीटों के उपचुनाव बीजेपी के लिए क्यों मायने रखते हैं?
यहां देखें लिस्ट-
इससे पहले बेंगलुरु में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, प्रदेश बीजेपी प्रमुख नलिन कुमार कतील और कर्नाटक के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव पी. मुरलीधर राव की मौजूदगी में अयोग्य ठहराए गए विधायक पार्टी में शामिल हुए. यह भी पढ़ें- कर्नाटक अयोग्य विधायक: सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को रखा बरकरार, 5 दिसंबर को उपचुनाव लड़ने की दी अनुमति.
हालांकि, शिवाजीनगर से कांग्रेस के अयोग्य ठहराए विधायक आर रोशन बेग गुरुवार को बीजेपी में शामिल नहीं हुए. बीजेपी सूत्रों ने रोशन बेग को लेकर पार्टी नेतृत्व द्वारा ‘आपत्तियां’ जताए जाने का हवाला दिया. रोशन बेग के खिलाफ आईएमए पोंजी घोटाला मामले में जांच चल रही है. उल्लेखनीय है कि बीजेपी का लक्ष्य उपचुनाव में 15 विधानसभा सीटों में से अधिकतर पर जीत दर्ज करने का है. बीजेपी को सत्ता में बने रहने के लिए इन 15 में से कम से कम सात सीटों पर जीत की जरूरत होगी.