मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: कमलनाथ का एक और वीडियो वायरल, कहा- 'मुस्लिम समाज से  90 फीसदी वोटिंग नहीं हुई तो कांग्रेस को होगा बड़ा नुकसान
MP प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Photo Credit-PTI)

भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ अपने वायरल हो रहे वीडियो से सुर्खियों में हैं. वायरल हो रहे इस नए वीडियो में कमलनाथ मुस्लिम मतदाताओं को लेकर एक बयान दे रहें हैं. वीडियो में कमलनाथ को यह कह रहें हैं कि मुस्लिम कांग्रेस पार्टी के 'वोट बैंक' है. पिछले चुनावों में मुस्लिम बूथ पर केवल 50 से 60 फीसदी ही वोटिंग हुई मुस्लिम बूथों पर 90 फीसदी वोटिंग क्यों नहीं हुई. कमलनाथ ने कहा कि मुस्लिम समुदाय से अगर कांग्रेस 90 फीसदी वोट नहीं मिले तो कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है.

वीडियो में कांग्रेस नेता ने विधानसभा चुनाव में आरएसएस के नारे का भी जिक्र कर रहें हैं. कमलनाथ ने अपने इस बयान में आरएसएस के बारे में आपत्तिजनक बातें कही हैं. कमलनाथ वीडियो में सीधे तौर पर हिंदू-मुस्लिम वोट बैंक को अलग कर धर्म पर राजनीति कर रहें हैं.

वीडियो में बैठक में शामिल लोगों से कमलनाथ कहते हैं, 'मेरी आपसे विनती यह है कि आप पिछला रिकॉर्ड देख लीजिए. आरएसएस के वोटर्स क्या कर रहे हैं और उसके कार्यकर्ता क्या कह रहे हैं. आरएसएस ने अपने लोगों को फैलाया हुआ है. इनके बारे में आप लोग मुझे जानकारी दीजिए. छिंदवाड़ा की बात करूं तो यहां लोग मुझे आकर बता देते हैं. उनका एक ही स्लोगन है. अगर हिंदू को वोट देना है तो हिंदू शेर मोदी को वोट दो. अगर मुसलमान को वोट देना है तो कांग्रेस को वोट दो. केवल दो लाइन. वे कोई और पाठ पढ़ाने नहीं जाते.' यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का वीडियो वायरल, केस 1 हो या 5 मुझे जीतने वाला कैंडिडेट चाहिए

 90 प्रतिशत वोट नहीं पड़े तो कांग्रेस को होगा बड़ा नुकसान

कमलनाथ वीडियो में आगे कह रहें हैं. 'ये इनकी रणनीति है और इसमें आप सब को बहुत सतर्क रहना पड़ेगा. ये सब आज इंटरनेट पर है. जहां मुसलमान वोट है वहां कितने प्रतिशत मतदान हुआ और वहां 50-60 प्रतिशत मतदान यदि हुआ तो वहां 90 प्रतिशत वोटिंग क्यों नहीं हुई. पिछले चुनाव का पोस्टमार्टम करना बहुत जरूरी है. मुसलमान समाज के यदि 90 प्रतिशत वोट नहीं पड़े तो हमें बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है. आप 80 के दशक की बात कर रहे हैं जबकि मैं 90 के दशक की बात कर रहा हूं और हमारे समाने आंकड़े हैं.'