झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, कहा- बीजेपी का विरोध करते-करते देश का विरोध करने की आदत हो गई
पीएम ने कहा, बीजेपी का विरोध करते-करते इन लोगों को देश का विरोध करने की आदत हो गई है. पीएम ने कहा, जिन लोगों पर आपने कभी भरोसा किया था, जिन्हें झारखंड के आदिवासियों ने मान-सम्मान दिया था, लेकिन उन्होंने खुद के लिए और परिवार के लिए बड़े-बड़े महल दिए और आपको भूल गए थे.
रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने झारखंड के दुमका में रविवार को चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के पास झारखंड के न विकास का कोई रोडमैप है और न इरादा है और न कभी भूतकाल में कुछ किया है. अगर वो जानते हैं तो उनको एक ही बात का पता है, बीजेपी का विरोध करो, मोदी को गाली दो. पीएम ने कहा, बीजेपी का विरोध करते-करते इन लोगों को देश का विरोध करने की आदत हो गई है. पीएम ने कहा, जिन लोगों पर आपने कभी भरोसा किया था, जिन्हें झारखंड के आदिवासियों ने मान-सम्मान दिया था, लेकिन उन्होंने खुद के लिए और परिवार के लिए बड़े-बड़े महल दिए और आपको भूल गए थे. पीएम ने कहा, देश का भला करने की, देश के लोगों का भला करने की इन लोगों से उम्मीद नहीं बची है. ये सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचते हैं.
पीएम ने कहा कि वे कुछ दिनों से झारखंड में रैलियां कर रहे हैं, लेकिन जहां भी वे जाते हैं वहां की भीड़ पिछली रैलियों का रिकॉर्ड तोड़ देती है. पीएम ने कहा कि उन्होंने आदिवासी इलाकों में जीवन का लंबा वक्त गुजारा है. एक कार्यकर्ता के रूप में आदिवासियों की सेवा करने का मुझे लंबा अनुभव रहा है.
नागरिकता कानून पर बोले पीएम
पीएम मोदी ने कहा, आपने समाचारों में देखा होगा कि देश की संसद ने अभी नागरिकता कानून से जुड़ा एक महत्त्वपूर्ण बदलाव किया है. हमारे देश की संसद ने नागरिकता कानून से जुड़ा एक महत्वपूर्ण बदलाव किया. इस बदलााव के कारण पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से जो वहां कम संख्या में थे, जो अलग धर्म का पालन करते थे, इसलिए वहां उन पर जुल्म हुए. उनका वहां जीना मुश्किल हो गया.
ये तीन देशों से हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन, बौद्ध उनको वहां से अपना गांव, घर, परिवार सबकुछ छोड़कर भारत में भाग कर यहां शरणार्थी की जिंदगी जीने के लिए मजबूर होना पड़ा. उनके जीवन को सुधारने के लिए, इन गरीबों को सम्मान मिले इसलिए भारत की दोनों सदनों में भारी बहुमत से इन गरीबों के लिए नागरिकता का निर्णय किया.
कांग्रेस पर निशाना
पीएम ने कहा, कल्पना कीजिए, अगर बाबा तिलका मांझी सिर्फ अपना हित ही सोचते तो क्या समाज के लिए इतना कुछ कर पाते? अगर सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो, सिर्फ अपना लाभ ही देखते तो क्या अंग्रेजों का मुकाबला कर पाते. पीएम ने कहा, ये तमाम सेनानी, ये तमाम शहीद, परिवार हित से ऊपर उठकर, समाज के हित में, राष्ट्र के हित में खड़े हुए.
पीएम ने कहा, पहले सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों तक सिमट कर रह जाते थे क्योंकि सरकार और जनता के बीच बहुत बड़ी खाई थी. ये खाई राजनीति की थी, अफसरशाही की थी, भ्रष्टाचार की थी, असंवेदनशीलता की थी. आपका ये सेवक इस खाई को पाटने में निरंतर जुटा है और इसमें अभूतपूर्व सफलता भी मिली है.
बीजेपी के लिए जनहित सर्वोपरि
पीएम ने कहा, 2014 से पहले यहां जो मुख्यमंत्री थे, वो 30-35 हज़ार घरों के निर्माण का दावा करते थे और उसको ही बहुत बड़ी उपलब्धि बताते थे. अब हम इस संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं कि देश के हर गरीब के पास अपना पक्का घर हो. झारखंड के लोगों के लिए, अपने आदिवासी भाइयों-बहनों के जीवन को आसान बनाने के लिए, बीजेपी के ये प्रयास हमारी नीयत और हमारे सेवाभाव के सबूत हैं. यही सेवाभाव, आपके जल, जंगल और जमीन के अधिकार को सुरक्षित करने की गारंटी देता है. पीएम ने कहा, जनहित, जनभावना और आपकी इच्छा ही हमारे लिए सर्वोपरि है.
बीजेपी के साथ आगे बढ़ रहा झारखंड
पीएम ने कहा, झारखंड के 20 जिले ऐसे है जहां कांग्रेस और उसके साथी, बरसों से शासन के बावजूद बुनियादी सुविधाएं तक नहीं पहुंचा पाए. ये बीजेपी की ही सरकार है, जिसने झारखंड के इन 20 जिलों को पिछड़े के बजाय आकांक्षी घोषित किया. झारखंड के आदिवासी बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के लिए ज्यादा दूर तक ना जाना पड़े, इसके लिए हर ब्लॉक में एकलव्य मॉडल स्कूल बनाने का संकल्प भी बीजेपी का ही है. झारखंड में IIT, AIIMS जैसे उच्च शिक्षा के, इंजीनियरिंग और डॉक्टरी की पढ़ाई के संस्थान खुलें, ये काम भी बीजेपी ने किया है.
पीएम ने कहा, जिस झारखंड को JMM और कांग्रेस ने पिछड़ेपन का प्रतीक बनाया. उसी झारखंड को हम बदलते भारत की नई पहचान से जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. बीते 5 वर्षों में देश की सबसे बड़ी और करोड़ों लोगों का जीवन बदलने वाली योजनाओं की शुरुआत यहीं से हुई है.