झारखंड विधानसभा चुनाव 2019: रघुवर दास को भरोसा, कहा- बीजेपी के ही नेतृत्व में बनेगी सरकार
झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के रुझान आ गए है. जिससे बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरकर सामने आयी है. लेकिन बहुमत से बहुत दूर है. बताना चाहते है कि रुझानों से साफ है कि सूबे में कांग्रेस-जेएमएम और आरजेडी गठबंधन को बहुमत मिल रहा है. जिसके बाद इतना तो तय है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के चीफ हेमंत सोरेन राज्य के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
Jharkhand Assembly Election Results 2019: झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 के रुझान आ गए है. जिससे बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. बीजेपी भले ही सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरकर सामने आयी है. लेकिन बहुमत से बहुत दूर है. बताना चाहते है कि रुझानों से साफ है कि सूबे में कांग्रेस-जेएमएम और आरजेडी गठबंधन को बहुमत मिल रहा है. जिसके बाद इतना तो तय है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के चीफ हेमंत सोरेन राज्य के अगले मुख्यमंत्री बन सकते हैं. जेएमएम गठबंधन को रुझानों में 39, बीजेपी को 29, आजसू को 5, जेवीएम को 4 सीटों पर बढ़त मिल रही है. वहीं अन्य को 4 सीटें मिल रही है. इसी बीच सूबे के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रुझानो पर अभी कुछ बोलना सही नहीं, बीजेपी के ही नेतृत्व में बनेगी सरकार. पुरे नतीजों के बाद ही समीक्षा करेंगे.
सीएम ने आगे कहा कि जश्न कोई भी मना सकता है, किसी पर प्रतिबंध नहीं है. इसके साथ ही नतीजे आने के बाद ही कोई प्रतिक्रिया दे सकता हूं. साथ ही मैं अपनी सीट जीत रहा हूं. बताना चाहते है कि जमशेदपुर पूर्वी में रघुवर दास तीसरे राउंड में 156 वोट से आगे, रघुवर दास को 10829 वोट जबकि बीजेपी से बागी और निर्दलीय सरयू राय को 10673 वोट मिले है. यह भी पढ़े-झारखंड विधानसभा चुनाव परिणाम 2019: क्या महाराष्ट्र की तरह यहां भी बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर भी सत्ता से रहेगी दूर?
ज्ञात हो कि रुझानों के बाद राजधानी दिल्ली से लेकर रांची तक कांग्रेस-झारखंड मुक्ति मोर्चा खेमे में जश्न का माहौल है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर पटाखे फोड़े.
गौरतलब है झारखंड के 2014 विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 37 सीटें और सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन को 5 सीटें मिली थीं. वही झारखंड मुक्ति मोर्चा को 19, कांग्रेस को 6 और बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली झारखंड विकास मोर्चा यानी JVM को 8 सीटें मिली थी. हालांकि बाद में JVM के 6 विधायकों ने पाला बदल कर बीजेपी को समर्थन दिया था. अन्य के खाते में 6 सीट गई थी.