Jharkhand Assembly Election Results 2019 Live Streaming on Aaj Tak: झारखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम आजतक पर देखें लाइव
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर पांच चरणों में हुए चुनाव के नतीजे सोमवार (23 दिसंबर) को आएंगे. मतगणना सुबह आठ बजे से शुरू होगी. वोटों की गिनती शुरू होने के कुछ देर बाद ही रुझान आने शुरू हो जाएंगे.
Jharkhand Assembly Election 2019 Results: झारखंड की 81 विधानसभा सीटों पर पांच चरणों में हुए चुनाव के नतीजे सोमवार (23 दिसंबर) को आएंगे. मतगणना (Counting of Votes) सुबह आठ बजे से शुरू होगी. वोटों की गिनती शुरू होने के कुछ देर बाद ही रुझान आने शुरू हो जाएंगे. हालांकि झारखंड के सभी 81 विधानसभा सीटों के अंतिम चुनाव परिणाम शाम तक ही आएंगे. बहराहाल, चुनाव परिणाम से जुड़े सभी ताजा अपडेट्स आप आज तक पर लाइव देख सकते हैं. झारखंड में अभी मुख्यमंत्री रघुवर दास (Raghubar Das) के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है. इस विधानसभा चुनाव में उन्हें हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल गठबंधन चुनौती दे रही है.
झारखंड विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजों की बात करें तो किसी भी एक दल की सरकार बनती नहीं दिख रही है और बीजेपी के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने की संभावना है. ‘आज तक’ ने अपने एग्जिट पोल में दावा किया कि बीजेपी को सिर्फ 22 से 32 सीटें मिलेंगी वहीं जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन को 38 से 50 तक सीटें मिलेंगी. इस सर्वेक्षण के अनुसार, बीजेपी की सहयोगी रही आजसू को तीन से पांच सीटें, झारखंड विकास मोर्चा को दो से चार सीटें मिलेंगी. अन्य छोटी पार्टियों और निर्दलीयों के खाते में चार से सात सीटें जाने की बात कही गयी है.
यहां देखें झारखंड विधानसभा चुनाव परिणाम लाइव-
आज तक के मुख्यमंत्री पद के लिए सर्वेक्षण में झामुमो नेता हेमंत सोरेन को 29 प्रतिशत लोगों की पसंद बताया गया है वहीं बीजेपी नेता और वर्तमान मुख्यमंत्री रघुवर दास को 26 प्रतिशत लोगों की पसंद बताया गया है.
गौरतलब है कि साल 2014 के झारखंड विधानसभा चुनावों में बीजेपी को 81 सदस्यीय विधानसभा में 37 सीटें मिली थीं, आजसू को पांच, जेएमएम को 19, कांग्रेस को छह, जेवीएम को आठ सीटें मिली थीं. अन्य दलों और निर्दलीयों को छह सीटें मिली थीं. बाद में झाविमो के छह विधायक दल बदल कर बीजेपी में शामिल हो गये थे जिसके बाद जेवीएम के पास महज दो सीटें रह गई थीं.