UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जेडीयू में आरसीपी सिंह (R C P Singh) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) से गठबंधन तय करने की जिम्मेदारी दी गई है. मंगलवार को जदयू के केन्द्रीय कार्यालय में एक अहम बैठक राजधानी दिल्ली में हुई. जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh), केंद्रीयमंत्री आरसीपी सिंह एवं राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी मौजूद थे. बैठक में यूपी विधानसभा चुनावों पर चर्चा हुई है. सूत्रों के अनुसार यूपी में करीब दो दर्जन सीटों पर जदयू चुनाव लड़ना चाहती है. हालांकि अभी स्क्रीनिंग की प्रक्रिया पार्टी ने शुरू नहीं की है.
बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि एनडीए में रह कर यूपी चुनाव लड़ना, पहली प्राथमिकता होगी. यूपी चुनाव के लिए बीजेपीसे गठबंधन हो और जदयू को दो दर्जन सीटें मिलें. इसके लिए आर सी पी सिंह को बीजेपी से बातचीत के लिये अधिकृत किया गया है लेकिन अगर बात नहीं बनी तो पार्टी अकेले चुनाव लड़ सकती है, जिसके लिए अभी से पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है. वहीं इस मसले पर जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने कहा है कि वह यूपी में जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी, लेकिन अगर उनका जेडीयू के साथ गठबंधन नहीं होता है, तो पार्टी चुनाव नहीं लड़ेगी. यह भी पढ़े: UP Elections: यूपी के चुनावी रण में उतरने को क्यों आतुर हैं बिहार के क्षेत्रीय दल? समझें जातीय समीकरण
इससे पहले जेडीयू ने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की नई सूची भी मंगलवार को जारी की. राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत इसमें कुल 18 पदाधिकारी इसमें शामिल हैं. हालांकि इसके पहले राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सूची में केवल 16 लोग ही शामिल थे. इस तरह नई सूची में दो पदाधिकारियों की बढ़ोतरी हुई है. सूची के मुताबिक पूर्व सांसद केसी त्यागी पार्टी के प्रधान महासचिव पद पर अब भी बने हुए हैं. विधान पार्षद उपेंद्र कुशवाहा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के तौर पर काम करते रहेंगे.
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने जिन तीन नये नामों को पदाधिकारियों की सूची में शामिल किया है, उनमें दो महासचिव मोहम्मद अली अशरफ फातमी और हर्षवर्धन हैं. साथ ही तीसरा नाम है पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद का है, जिनको पार्टी ने राष्ट्रीय सचिव बनाया है. सांसद आलोक कुमार सुमन को पार्टी ने कोषाध्यक्ष बनाया गया है.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभालने के करीब दो माह के भीतर ही ललन सिंह ने यह सूची जारी की है. 31 जुलाई को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वे राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे.