नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया और बड़ी संख्या में आतंकवादियों व उनके प्रशिक्षकों को मार गिराया. विदेश सचिव विजय के.गोखले (Vijay K.Gokhale) ने मीडिया से कहा कि इस नॉन मिलिटरी प्री-एम्पटिव एक्शन में खास तौर से आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया. उन्होंने कहा कि यह शिविर नागरिक इलाकों से दूर एक पहाड़ की चोटी पर स्थित है.
उन्होंने कहा कि यह शिविर बालाकोट में है. पाकिस्तान ने स्पष्ट किया है कि भारतीय हमला नियंत्रण रेखा के करीब बालाकोट में हुआ है. पाकिस्तान ने कहा कि आईएएफ लड़ाकू विमानों ने बम गिराया और पाकिस्तान द्वारा जवाबी कार्रवाई करने पर वापस लौट गए.
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इंटरसर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक (आईएसपीआर) आसिफ गफूर ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एलओसी से तीन से चार मील के भीतर यह 'घुसपैठ' हुई. खैबर पख्तूनख्वा में बालाकोट नाम की एक जगह है व पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में भी एक बालाकोट है. रेडियो पाकिस्तान ने कहा कि यह घटना मुजफ्फराबाद सेक्टर में हुई है.
भारतीय वायुसेना की यह कार्रवाई 14 फरवरी को जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (Central Reserve Police Force) के काफिले पर एक आत्मघाती हमले के बाद हुई है. इस आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए. पाकिस्तान समर्थित जेईएम ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी.