Hathras Rape Case: राहुल, प्रियंका गांधी को यमुना एक्सप्रेस-वे पर रोका गया, जा रहे थे हाथरस पीड़िता के परिवार से मिलने

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi)और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस के लिए रवाना तो हुई. लेकिन रास्ते में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने उनके काफिले को परी चौक इलाके में रोक लिया. जिसके बाद वे पैदल ही हाथरस के लिये निकल गये. इस दौरान प्रियंका गांधी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी योगी सरकार को लेनी होगी, जिस तरह से प्रदेश में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहें. ये बंद होने चाहिए. उन्होंने कहा कि यही स्थिति पिछले साल भी थी. पिछले साल तकरीबन इसी समय हम उन्नाव की बेटी की लड़ाई लड़ रहे थे. प्रदेश में हर रोज़ 11 रेप हो रहे हैं.

प्रियंका गांधी को रोका गया ( फोटो क्रेडिट- ANI)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi)और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) दुष्कर्म पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस के लिए रवाना तो हुए लेकिन रास्ते में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने उनके काफिले को परी चौक इलाके में रोक लिया. जिसके बाद वे पैदल ही हाथरस के लिये निकल गये. इस दौरान प्रियंका गांधी ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी योगी सरकार को लेनी होगी, जिस तरह से प्रदेश में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहें. ये बंद होने चाहिए. उन्होंने कहा कि यही स्थिति पिछले साल भी थी. पिछले साल तकरीबन इसी समय हम उन्नाव की बेटी की लड़ाई लड़ रहे थे. प्रदेश में हर रोज़ 11 रेप हो रहे हैं.

गैंगरेप और बर्बरता का शिकार हुई 20 साल की पीड़िता की इलाज के दौरान मौत और उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से रात के अंधेरे में परिवार की मौजूदगी के बिना अंतिम संस्कार किए जाने पर पूरे देश में आक्रोश है. वहीं कांग्रेस कार्यकर्ता सड़को पर उतर आएं हैं और सरकार विरोधी नारे लगा रहें हैं. दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी और बसपा ने भी योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यह भी पढ़ें:- Hathras Gangrape: मायावती का जुबानी हमला- CM योगी आदित्यनाथ सरकार चलाने में सक्षम नहीं, यूपी में लगाएं राष्ट्रपति शासन.

ANI का ट्वीट:- 

गौरतलब हो कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने हाथरस में 19 साल की दलित लड़की से हुए सामूहिक दुष्कर्म और बेहरमी से हत्या करने की घटना का संज्ञान लेते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार को नोटिस जारी किया है. आयोग ने राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि मामला दो समुदायों के बीच का है इसलिए मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतका के परिवार और गवाहों को पर्याप्त सुरक्षा दे. सरकार को 4 हफ्तों के अंदर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है.

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