Ram Navami 2021: राष्ट्रपति कोविंद और पीएम मोदी ने देशवासियों को दी रामनवमी की बधाई, कोरोना महामारी पर विजय पाने का बताया मंत्र
देश में कोरोना वायरस के कहर के बीच आज (21 अप्रैल) घरों में ही रामनवमी (Ram Navami 2021) मनाई जा रही है. हालांकि रामनवमी पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बुधवार को सभी देशवासियों को रामनवमी के पर्व की बधाई दी है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के कहर के बीच आज (21 अप्रैल) घरों में ही रामनवमी (Ram Navami 2021) मनाई जा रही है. हालांकि रामनवमी पर्व को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बुधवार को सभी देशवासियों को रामनवमी के पर्व की बधाई दी है. आनंदीबेन और योगी ने प्रदेशवासियों को रामनवमी की बधाई दी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्वीट कर कहा “रामनवमी के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं. मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जन्मदिवस पर मनाया जाने वाला यह पर्व, हमें जीवन में मर्यादा का पालन करने की प्रेरणा देता है. आइये, हम सब यह संकल्प लें कि कोविड-19 महामारी को भी हम सत्यनिष्ठा एवं संयम से पराजित करेंगे.”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रामनवमी के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी और कोरोना वायरस से बचाव के सभी उपायों का पालन करने तथा 'दवाई भी, कड़ाई भी' के मंत्र को याद रखने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने भी ट्विटर पर बधाई संदेश में कहा कहा, ‘‘रामनवमी की मंगलकामनाएं. देशवासियों पर भगवान श्रीराम की असीम अनुकंपा सदा बनी रहे. जय श्रीराम!’’
पीएम मोदी ने जनता से आग्रह करते हुए अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘आज रामनवमी है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का हम सभी को यही संदेश है कि मर्यादाओं का पालन करें. कोरोना के इस संकट काल में, कोरोना से बचने के जो भी उपाय हैं, कृपया करके उनका पालन कीजिए. 'दवाई भी, कड़ाई भी' के मंत्र को याद रखिए.’’
वहीं, अयोध्या प्रशासन ने नवरात्रि के अंतिम दिन तीर्थयात्रियों के भारी भीड़ को आकर्षित करने वाले 'रामनवमी के मेले' को स्थगित करने का फैसला किया है. इस बार यह मेला 21 अप्रैल से शुरू होने वाला था. अयोध्या की सीमाओं को सील कर दिया जाएगा और हरिद्वार कुंभ के संतों को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. महामारी के कारण इस साल 'राम नवमी' पर मंदिर में कोई भक्त नहीं होगा. केवल एक पुजारी, ऑन-ड्यूटी पुलिसकर्मी और राम लला विराजमान होंगे. यह लगातार दूसरा वर्ष है जब महामारी के कारण रामनवमी का जश्न नहीं मनाया जाएगा. रामनवमी पर राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा करने के लिए सैकड़ों की संख्या में संत अयोध्या आने वाले थे.
गौरतलब है कि रामनवमी का त्योहार भगवान राम के जन्म से जुड़ा है. चैत्र मास की शुक्लपक्ष नवमी को रामनवमी का त्योहार मानाया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम का अयोध्या में जन्म हुआ था.