अहमदाबाद, 27 अगस्त: गुजरात विधानसभा चुनावों (Gujarat Assembly Election) से पहले कांग्रेस की राज्य इकाई ने ‘जन आरोग्य संकल्प पत्र’ शीर्षक से अपने स्वास्थ्य घोषणापत्र का शनिवार को पेश किया. घोषणापत्र में पार्टी ने राज्य की सत्ता में आने पर सरकारी और निजी अस्पतालों में 10 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज के साथ-साथ निशुल्क अंग प्रत्यारोपण (Free Organ transplant) जैसे वादे किये हैं. Delhi: गुलाम नबी आजाद के घर मिलने पहुंचे आनंद शर्मा, क्या कांग्रेस से होगा एक और इस्तीफा?
सभी सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, रेफरल और सिविल अस्पतालों को पार्टी के ‘संकल्प पत्र’ के अनुसार अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएच) की तरह ‘‘फाइव स्टार’’ बनाया जाएगा.
पार्टी ने कहा कि वह ‘‘बेटों और बेटियों की असमान जन्म दर को कम करने’’ के लिए एक विशेष नीति भी बनाएगी. कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि समुदायों की पहचान लैंगिक असंतुलन से की जाएगी और बेटियों के बैंक खातों में 3,000 रुपये प्रति माह की राशि हस्तांतरित की जाएगी, जबकि वृद्धावस्था में केवल बेटियों वाले परिवारों को 30 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी.
पार्टी ने क्षेत्र में वैश्विक मानकों को हासिल करने के लिए राज्य के स्वास्थ्य बजट को बढ़ाने का भी वादा किया. कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख जगदीश ठाकोर ने कहा कि जब कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने की बात आई तो केंद्र में 2004 से 2014 के बीच रही कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकारों ने गुजरात को सर्वोच्च प्राथमिकता दी.
उन्होंने कहा, ‘‘जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने इसे शुरू किया था, तब 108 एम्बुलेंस सेवा के लिए गुजरात पहली प्राथमिकता थी.’’ ठाकोर ने कहा, ‘‘कांग्रेस द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए वादे राजस्थान और छत्तीसगढ़ में लागू किए गए हैं. गुजरात में भी जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो हम इन वादों को पूरा करेंगे. इन वादों को लागू करना संभव है. हमने 125 अधिक सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है.’’
कुछ दिन पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी यहां संवाददाताओं से कहा था कि अगर उनकी पार्टी इस साल के अंत में होने वाले चुनावों में सत्ता में आती है तो उनकी सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं को गुजरात में दोहराया जाएगा.
पार्टी के स्वास्थ्य घोषणापत्र के अनुसार, सरकारी अस्पतालों और मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में सभी नागरिकों के लिए 10 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज के अलावा गुर्दा, यकृत और हृदय प्रत्यारोपण की भी मुफ्त सुविधा होगी.
इसके अनुसार पार्टी हर गांव और वार्ड में ‘जनता डिस्पेंसरी’ खोलेगी. घोषणा पत्र के अनुसार, सभी सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों, नर्सिंग और तकनीकी कर्मचारियों की पूर्ण वेतन के साथ पारदर्शी भर्ती होगी, जबकि सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में ‘जेनेरिक मेडिकल स्टोर’ होंगे ताकि लोगों को ‘उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं’ मिलें.
पार्टी आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथिक (आयुष) उपचारों को भी बढ़ावा देगी, जिसके लिए वह चिकित्सा कॉलेजों में पर्याप्त शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की नियुक्ति के अलावा एक गहन पाठ्यक्रम विकसित करेगी.
पार्टी ने कहा कि सत्ता में आने पर वह खेल के मैदानों, इनडोर स्टेडियमों, व्यायामशालाओं, योग केंद्रों और प्राकृतिक उपचार को प्राथमिकता देकर ‘‘स्वस्थ नागरिकता’’ की अवधारणा को बढ़ावा देगी.
पार्टी ने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को राष्ट्रीय दर से कम करने के लिए सघन कार्यक्रम चलाए जाएंगे.
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