Bihar Assembly Elections 2020: पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय आज JDU में होंगे शामिल
बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) ने मंगलवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया था. जिसके बाद से उनके JDU में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई थी. लेकिन अब इन अटकलों पर विराम लगने वाला है और गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) शनिवार को जेडीयू में शामिल होने जा रहे हैं. इससे ठीक एक दिन पहले यानी शुक्रवार को गुप्तेश्वर पांडेय ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के दफ्तर जाकर उनसे मुलाकात किया था. जिसके बाद उन्होंने कहा था कि उन्होंने मुझे काम करने का पूरा मौका और आजादी थी. जिसके बाद इसलिए धन्यवाद देने आया था. लेकिन इस बात का कयास पहले से लगने लगा था कि जल्दी गुप्तेश्वर पांडेय की JDU में इंट्री होनी तय है.
बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) ने मंगलवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया था. जिसके बाद से उनके JDU में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई थी. लेकिन अब इन अटकलों पर विराम लगने वाला है और गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) शनिवार को जेडीयू में शामिल होने जा रहे हैं. इससे ठीक एक दिन पहले यानी शुक्रवार को गुप्तेश्वर पांडेय ने सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के दफ्तर जाकर उनसे मुलाकात किया था. जिसके बाद उन्होंने कहा था कि उन्होंने मुझे काम करने का पूरा मौका और आजादी थी. जिसके बाद इसलिए धन्यवाद देने आया था. लेकिन इस बात का कयास पहले से लगने लगा था कि जल्दी गुप्तेश्वर पांडेय की JDU में इंट्री होनी तय है.
बता दें कि गुप्तेश्वर पांडेय ने फरवरी 2021 में समाप्त होने वाले उनके कार्यकाल से पांच महीने पहले सरकारी सेवा से वीआरएस ले लिया है. उसके बाद से यही एक चर्चा चर्चा है कि वह जेडीयू से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. वहीं अटकलों के बीच गुप्तेश्वर पांडेय ने 23 सितंबर को कहा था, अगर मौका मिला और इस योग्य समझा गया कि मुझे राजनीति में आना चाहिए तो मैं आ सकता हूं लेकिन हमारे वे लोग निर्णय करेंगे जो हमारी मिट्टी के हैं, बिहार की जनता है और उसमें पहला हक तो बक्सर के लोगों का है जहां मैं पला-बढ़ा हूं. यह भी पढ़ें:- Bihar Assembly Elections 2020: बिहार चुनाव में कट सकता है कई BJP विधायकों का टिकट, पहली लिस्ट पर होगी सभी की नजर.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि गुप्तेश्वर ने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 2009 में सेवा से इस्तीफा दे दिया था. पर राज्य सरकार ने उनके इस्तीफे को नामंजूर करते हुए कुछ महीने बाद उन्हें सेवा में वापस ले लिया था. वहीं, गुप्तेश्वर पांडेय सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच को लेकर सुर्खियों में आए थे. जहां उन्हों महाराष्ट्र की सरकार पर जमकर हमला किया था और पुलिस की कर्रवाई पर सवाल उठाया था. जिसके बाद महाराष्ट्र के हाउसिंग मंत्री जितेन्द्र अहवाड ने कहा था कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में फिर से वापसी करते हैं, बिहार के डीजीपी राज्य के निश्चित ही गृहमंत्री होंगे.