नई दिल्ली: देशभर से हजारों किसान(Farmers) शुक्रवार को दिल्ली पुलिस से इजाजत मिलने के बाद फसलों के उचित दाम और कर्जमाफी की मांग को लेकर दिल्ली के संसद मार्ग(Parliament Street) पहुंच गए. किसान मुक्ति मार्च(Kisan Mukti Morcha) का आयोजन करने वाले संगठन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति(Akhil Bhartiya Kisan Sangharsh Samanvaya Samiti) को आधी रात को प्रदर्शन करने के लिए जरूरी इजाजत मिल गई थी. सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने पत्रकारों से पुष्टि करते हुए कहा कि रैली के लिए इजाजत 12 बजे मध्यरात्रि को मिल गई थी.
Delhi: Farmers from all across the nation hold protest for the second day over their demands of debt relief, better MSP for crops, among others; latest #visuals from near Barakhamba Road. pic.twitter.com/Po5aGAhuSk
— ANI (@ANI) November 30, 2018
मध्य दिल्ली के रामलीला मैदान(Ramlila Maidan) से सुबह 10 बजे शुरू हुआ यह मार्च पूर्वाह्न् 11.30 बजे संसद मार्ग पहुंचा. पाटेकर ने प्रदर्शन मार्च की अगुवाई की और किसानों ने केंद्र में बीजेपी सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(CM Arvind Kejriwal) और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी(Nationalist Congress Party) प्रमुख शरद पवार(Sharad Pawar) ने रैली में हिस्सा लेने की पुष्टि की है." इसके अलावा नेशनल कांफ्रेंस(National Conference) के फारूक अब्दुल्ला(Farooq Abdullah) , तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी(Dinesh Trivedi), लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव(Sharad Yadav) भी यहां किसानों को संबोधित कर सकते हैं.
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कई महिला किसान और दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को किसानों के पक्ष में नारे लगाते देखा गया. किसानों के कई समूह ने एआईकेएससीसी के बैनर तले गुरुवार को दिल्ली के निजामुद्दीन, सब्जी मंडी स्टेशन, आनंद विहार टर्मिनल और मजनू का टीला से रैली निकाली. स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने ब्रिजवासन से रामलीला मैदान तक 26 किलोमीटर की प्रदर्शन रैली निकाली, जिसमें ओडिशा, हरियाणा और राजस्थान के किसान शामिल हुए.
#FarmersMarch | Five Gurdwaras in the Delhi region have extended their help to the farmers https://t.co/xe7qH2nPbV
— The Hindu (@the_hindu) November 30, 2018
कई लड़कियां जिनके किसान पिता ने आत्महत्या कर ली थी, उन्होंने अपने गले में अपने दिवंगत पिता की फोटो लटकाकर रैली में हिस्सा लिया. शुक्रवार की रैली एआईकेएससीसी द्वारा आयोजित चौथी बड़ी रैली है, जिसमें 200 से ज्यादा किसान संगठनों ने हिस्सा लिया.