Farmers Protest: कृषि कानूनों को लेकर आज भी नहीं बनी बात, केंद्र और किसानों के बीच 4 जनवरी को फिर होगी वार्ता
कृषि कानूनों को लेकर केंद्र और किसान नेताओं के बीच आज एक बार फिर बैठक हुई है. लेकिन आज भी कोई ठोस फैसला नहीं हो सका है. हालांकि बातचीत काफी सकारात्मक रही है. किसानों का प्रदर्शन अब भी जारी रहेगा. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कार्यसूची में 4 विषय थे, इनमें से 2 पर रजामंदी हो गई है. इससे दोनों पक्षों में एक अच्छा माहौल बना। किसान यूनियन 3 कानूनों को वापिस लेने की बात करती रही हैं.
नई दिल्ली, 30 दिसंबर. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर केंद्र और किसान नेताओं के बीच आज एक बार फिर बैठक हुई है. लेकिन आज भी कोई ठोस फैसला नहीं हो सका है. हालांकि बातचीत काफी सकारात्मक रही है. किसानों का प्रदर्शन अब भी जारी रहेगा. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कार्यसूची में 4 विषय थे, इनमें से 2 पर रजामंदी हो गई है. इससे दोनों पक्षों में एक अच्छा माहौल बना. किसान यूनियन 3 कानूनों को वापिस लेने की बात करती रही हैं. हमने ये बताने की कोशिश की है कि जहां समस्या है, वहां सरकार विचार करने को तैयार है. केंद्र और किसानों के बीच बातचीत 4 जनवरी को फिर होगी.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि क़ानून के विषय में और MSP के विषय में चर्चा पूरी नहीं हुई है, चर्चा जारी है. हम लोग 4 तारीख (4 जनवरी 2021) को 2 बजे फिर से इकट्ठा होंगे और चर्चा को आगे बढ़ाएंगे. सरकार एमएसपी पर लिखित आश्वासन देने को भी तैयार है. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों पर दिया जवाब, कहा-किसान सड़क पर संघर्ष करेगा तो पार्टी उसके साथ खड़ी रहेगी
ANI का ट्वीट-
तोमर ने कहा कि इलेक्ट्रिसिटी एक्ट जो अभी आया नहीं है, उन्हें लगता है यह एक्ट आएगा तो इससे किसानों को नुकसान होगा. सिंचाई के लिए जो बिजली की सब्सिडी दी जाती है वो राज्य जिस प्रकार से देते रहे है, वैसे ही चलनी चाहिए. इसपर भी सरकार और किसान यूनियनों के बीच सहमति हो गई है.