चंडीगढ़, 10 मार्च: केंद्र सरकार द्वारा देश में लागू किए तीनों नए कृषि कानूनों को लेकर बीते लगभग 100 दिनों से राजधानी दिल्ली के सपीप हजारों की संख्या में किसान आंदोलन कर रहे हैं. किसानों की मांग है कि सरकार तीनों कानून वापिस लें. वहीं सरकार का मानना है कि किसान उन्हें बताएं कि कृषि कानून में कहां खामियां है वह उसमे बदलाव करेंगे. इस बीच हरियाणा (Haryana) के मौजूदा सीएम मनोहर लाल खट्टर (CM Manohar Lal Khattar) ने किसान आंदोलन पर अपना विचार रखा है.
मनोहर लाल खट्टर ने एक प्रेस वार्ता के दौरान बात करते हुए कहा कि, 'कल संयुक्त किसान मोर्चा ने बातचीत करने के लिए 9 सदस्यीय कमेटी बनाई है. बातचीत फिर होकर कोई हल निकाला जाए. ये किसान आंदोलन किसी के हित में नहीं है, इससे नुकसान बहुत हो रहा है.'
कल संयुक्त किसान मोर्चा ने बातचीत करने के लिए 9 सदस्यीय कमेटी बनाई है। बातचीत फिर होकर कोई हल निकाला जाए। ये किसान आंदोलन किसी के हित में नहीं है, इससे नुकसान बहुत हो रहा है: हरियाणा CM मनोहर लाल खट्टर #FarmersProstest pic.twitter.com/MwCtJazwuB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 10, 2021
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बता दें कि हाल ही में किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर रामराज कस्बे में आयोजित एक कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि जब तक तीनों नए कृषि कानून रद्द नहीं हो जाते तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
उन्होंने आगे कहा कि किसानों की मांग है कि तीनों कृषि कानून पूरी तरह से वापस लिए जाएं और जब तक सरकार उनकी मांगे नहीं मानती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने इस मौके पर टैक्टर रैली को रवाना किया. उन्होंने बताया कि यह रैली उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के जिलों में जाएगी और 27 मार्च को गाजीपुर में किसानों के प्रदर्शन स्थल पर पहुंचेगी.