Farmers Protest: रणदीप सुरजेवाला का केंद्र पर हमला, बोले-मोदी सरकार काला बाजारी और जमाखोरी को कानून का दर्जा देने का काम कर रही है
कृषि कानूनों को लेकर किसानों का हल्ला बोला जारी है. आज होने वाली बातचीत से पहले मोदी सरकार ने मंथन शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर पुरे मुद्दे पर बातचीत के लिए गृहमंत्री अमित शाह. राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल पहुंचे हैं. जहां कृषि कानूनों से जुड़े अब तक की चर्चा और बैठक को लेकर रणनीति बनाई जा रहा है. इस बैठक से पहले कांग्रेस की तरफ से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है.
नई दिल्ली, 5 दिसंबर. कृषि कानूनों (Farm Bills 2020) को लेकर किसानों का हल्ला बोला जारी है. आज होने वाली बातचीत से पहले मोदी सरकार ने मंथन शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के आवास पर पुरे मुद्दे पर बातचीत के लिए गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah), राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), पीयूष गोयल (Piyush Goyal) पहुंचे हैं. जहां कृषि कानूनों से जुड़े अब तक की चर्चा और बैठक को लेकर रणनीति बनाई जा रहा है. इस बैठक से पहले कांग्रेस की तरफ से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार (Modi Govt) काला बाजारी और जमाखोरी को कानून का दर्जा देने का काम कर रही है.
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अब मोदी जी और भाजपा ने कानून बनाया है. जब तक खाद्य पदार्थों की कीमतें 100 फीसदी नहीं बढ़ जाती, तब तक सरकार दखलंदाजी नहीं करेगी. यह कानून कालाबाजारियों और जमाखोरों के लिये ही बनाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अनाज मंडियों में लाखों-करोड़ लोग काम करते हैं. अनाज मंडी में कोई दुकानदार है तो कोई मुनीम, कोई मजदूर है तो कोई ट्रांसपोर्टर. अनाज मंडी खत्म होते ही इन लाखों-करोड़ का रोजगार भी चला जायेगा. यह भी पढ़ें-Rahul Gandhi Attacks PM Modi: राहुल गांधी का MSP-APMC को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना, कहा-किसान परेशान और अब PM ने पूरे देश को इसी कुएं मे धकेला
कांग्रेस का ट्वीट-
सुरजेवाला ने कहा कि निजी खरीददार के साथ मतभेद होने पर किसान SDM, DC तक ही अपील कर सकता है. यह कांट्रैक्ट फार्मिंग नहीं है, यह ईस्ट इंडिया कंपनी है. किसान को धन्नासेठों का गुलाम बनाने का षड्यंत्र है.
वहीं इस बैठक से पहले किसान संयुक्त मोर्चा के प्रधान रामपाल सिंह ने कहा कि आज आर-पार की लड़ाई करके आएंगे, रोज-रोज बैठक नहीं होगी. आज बैठक में कोई और बात नहीं होगी, कानूनों को रद्द करने के लिए ही बात होगी.