विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar ) ने वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (World Economic Forum) में कहा, राष्ट्रवाद कोई नकारात्मक भावना नहीं है. राष्टवाद की भावना होना गलत नहीं है. इसे नकारात्मक रूप से नहीं देखा जा सकता. उन्होंने कहा, 'भारत इस मामले में सबसे अलग है. हम बहुत ज्यादा राष्ट्रवादी हैं, लेकिन साथ ही साथ हम राष्ट्रवादी होने और अंतरराष्ट्रीय होने के बीच किसी तरह का तनाव नहीं मानते हैं. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा आधुनिक भारत में प्रभावित करने और प्रतिस्पर्धा की भरपूर क्षमता है. जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मोदी सरकार के फैसले पर विदेश मंत्री ने कहा, " आर्टिकल 370 एक अस्थाई अस्थाई प्रावधान था.
पाकिस्तान पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए विदेश मंत्री ने कहा 'एक को छोड़कर, सभी पड़ोसी देशों का क्षेत्रीय सहयोग के मामले में अच्छा इतिहास रहा है.' बता दें कि इससे पहले के अपने एक बयान में अनुच्छेद 370 पर बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा था, कश्मीर के लोग इसका लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, लेकिन भारत के इस फैसले से पाकिस्तान में बौखलाहट है. विदेश मंत्री ने यह भी कहा था कि कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान फंडिंग करता है.
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राष्ट्रवाद कारात्मक विचार नहीं-
EAM S Jaishankar at #WorldEconomicForum: India is an exception as we are more nationalistic, but at the same time we don't see a tension between being nationalistic and being international, in the sense of engaging more with the world, so nationalism is not a negative sentiment. pic.twitter.com/B8fkaoY0iv
— ANI (@ANI) October 4, 2019
घाटी पर लगाईं गई पाबंदियों पर एस जयशंकर ने कहा था, घाटी में इंटरनेट और सोशल मीडिया पर एहतियान पाबंदी लगाई गई है ताकि आतंकी संगठन या शरारती तत्व उसका गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएं. जम्मू-कश्मीर में लगाई गई पाबंदियों का मकसद आम कश्मीरियों की सुरक्षा ही है. उन्होंने कहा था सरकार चाहती है कि भारत विरोधी ताकतें विकास कार्य शुरू होने पर कश्मीर के लोगों को बरगलाने या भड़काने के लिए सोशल मीडिया को हथियार नहीं बना पाएं.