शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान देकर फंसी साध्वी प्रज्ञा, चुनाव आयोग ने जारी किया नोटिस, 24 घंटे में देना होगा जवाब
चुनाव आयोग ने साध्वी को नोटिस जारी कर दिया है. EC ने साध्वी के उस बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे उनके श्राप की वजह से आतंकियों के शिकार बने थे. आयोग ने साध्वी से 24 घंटे में इसका जवाब मांगा है.
भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Singh Thakur) शहीद हेमंत करकरे (Hemant Karkare) पर विवादस्पद बयान देकर अब फंसती नजर आ रही हैं. विपक्षी दलों से हुई किरकिरी के बाद अब चुनाव आयोग ने साध्वी को नोटिस जारी कर दिया है. EC ने साध्वी के उस बयान को आचार संहिता का उल्लंघन माना है, जिसमें उन्होंने कहा था कि हेमंत करकरे उनके श्राप की वजह से आतंकियों के शिकार बने थे. आयोग ने साध्वी से 24 घंटे में इसका जवाब मांगा है.
हालांकि साध्वी प्रज्ञा ने शहीद आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे पर दिये अपने बयान को शुक्रवार को वापस ले लिया था. साध्वी ने कहा था मेरे बयान से देश के दुश्मनों को फायदा हो रहा है, इसलिए मैं अपना बयान वापस लेती हूं और माफी मांगती हूं. यह मेरी निजी पीड़ा थी.'
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बता दें कि साध्वी ने शहीद हेमंत करकरे की शहादत पर विवादित बयान दिया था. साध्वी ने कहा कि मैंने हेमंत करकरे से कहा था कि तुमने मुझे इतनी यातनाएं दीं कि तेरा सर्वनाश होगा. गिरफ्तारी के ठीक सवा महीने बाद आतंकियों ने उनका अंत कर दिया. हेमंत करकरे मालेगांव धमाके के जांच अधिकारी भी थे और उन्होंने धमाकों के लिए साध्वी प्रज्ञा पर आरोप लगाए थे जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा को गिरफ्तार किया गया था. करकरे 26/ 11 के मुंबई आतंकी हमले में शहीद हो गए थे.