तीसरे दिन ईडी ने शिवसेना नेताओं को किया तलब, अब सांसद भावना गवली की बढ़ी मुसीबत
प्रवर्तन निदेशालय (Photo Credits: IANS)

मुंबई, 29 सितम्बर: आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यहां बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) (ईडी) ने यवतमाल-वाशिम निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार शिवसेना की सांसद भावना गवली को वित्तीय हेराफेरी के एक कथित मामले में जांच के लिए तलब किया है. केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा धन शोधन के एक मामले में उनके करीबी सईद खान को गिरफ्तार किए जाने के एक दिन बाद गवली को सोमवार (4 अक्टूबर) को ईडी कार्यालय में तलब होना है.

यह लगातार तीसरा दिन है जब ईडी ने शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं को उनके खिलाफ दर्ज विभिन्न मामलों की जांच के लिए तलब किया है. ईडी ने सोमवार को पूर्व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री और शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव वी. अडसुल और उनके बेटे अभिजीत के घर पर सिटी कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड में 900 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में छापेमारी की थी, जिसमें वे क्रमश: अध्यक्ष और निदेशक हैं. अगले परिवहन मंत्री अनिल परब थे, जिन्हें मंगलवार को बुलाया गया था उनसे ईडी ने लगभग आठ घंटे तक मुंबई के बर्खास्त पुलिसकर्मी सचिन वाजे द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों पर पूछताछ की थी, जो वर्तमान में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में हैं.यह भी पढ़े: शिवसेना नेता संजय राउत का तंज, कहा- अगर गुजरात के मुख्यमंत्री देश के पीएम हो सकते हैं, तो महाराष्ट्र के सीएम क्यों नहीं?

बुधवार को, ईडी ने गवली को एक ट्रस्ट में कई करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी की जांच के संबंध में उसके सामने पेश होने के लिए कहा, जिसमें खान, सांसद और उनकी मां को सदस्य कहा जाता है जो शिवसेना नेता के स्वामित्व वाली एक व्यावसायिक फर्म है. अगस्त के अंत में, ईडी ने गवली से जुड़े कुछ परिसरों पर छापा मारा था, लेकिन उसने अपनी ओर से कोई गलत काम नहीं होने का दावा करते हुए सभी आरोपों को खारिज कर दिया. पार्टी के वरिष्ठ नेता किशोर तिवारी जिन्हें एमओएस का दर्जा दिया गया है, उन्होंने विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के आधार पर शिवसेना नेताओं को लगातार निशाना बनाने के लिए ईडी के कदम की निंदा की.