नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के पहले चरण का मतदान गुरुवार को शाम छह बजे समाप्त हो गया. इसके साथ ही 91 लोकसभा (Lok Sabha) सीटों पर कुल 1239 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम (EVM) में कैद हो गई. दूसरी तरफ चुनाव आयोग (Election Commission) ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और बीएसपी प्रमुख मायावती (Mayawati) को बड़ा झटका दिया है. आयोग (Election Commission) ने दोनों को उनके भाषण पर नोटिस थमाते हुए 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है.
चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को भाषण के दौरान अली-बजरंग बली को लेकर दिए गए बयान पर और मायावती (Mayawati) को मुस्लिम मतदाताओं से की गई अपील को लेकर नोटिस थमाया है. यह भी पढ़े-राजनीति में फिर आए बजरंगी बली, योगी बोले-विपक्षियों के पास 'अली' तो हमारे पास 'बजरंगबली'
पीएम मोदी की रैली वाले भाषण की हो रही जांच.
बता दें कि इसके अलावा चुनाव आयोग (Election Commission) पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा रैली में बालाकोट (Balakot) के नाम पर वोट मांगे जाने के मुद्दे पर भी रिपोर्ट की जांच कर रहा है. यही नहीं, आयोग ने नमो टीवी (Namo TV) को लेकर भी कानूनी सलाह ली है और अन्य कानूनी विकल्पों पर भी विचार कर रहा है.
Election Commission sends notices to BSP chief Mayawati and UP CM Yogi Adityanath over their speeches delivered in Deoband (Saharanpur) on 7 April and 9 April respectively, violating the Model Code of Conduct. pic.twitter.com/Euy3RnNvUF
— ANI UP (@ANINewsUP) April 11, 2019
आखिर क्या बोले थे योगी आदित्यनाथ?
ज्ञात हो कि यूपी के मेरठ की जनसभा में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा था कि अगर कांग्रेस, एसपी (SP) और बीएसपी (BSP) का अली में विश्वास है, तो हमारा बजरंगबली में विश्वास है. उन्होंने कहा था कि मायावती (Mayawati) ने रैली में कहा कि वह सिर्फ मुस्लिम वोटरों का वोट चाहती हैं.
इसके बाद उन्होंने कहा था कि जिस तरह बीएसपी प्रमुख मायावती (Mayawati) ने मुस्लिमों के लिए वोट मांगे हैं, मुस्लिमों से कहा है कि वह सिर्फ गठबंधन के लिए वोट करें और अपना वोट बंटने ना दें. अब हिंदुओं के पास भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है.
मायावती ने मुसलमानों से की थी सीधी अपील.
बीएसपी प्रमुख मायावती (BSP Supremo Mayawati) ने देवबंद की रैली में मुसलमानों से वोट की सीधी अपील की थी. उन्होंने कहा था कि मुस्लिम किसी भी बहकावे में आकर अपने वोट को न बंटने दें, बल्कि बल्कि बसपा उम्मीदवार हाजी फजलुर्रहान के पक्ष में वोट करें.
उन्होंने गठबंधन के मंच से सहारनपुर के मुसलमानों को बार-बार सचेत करते हुए कहा था कि किसी भी सूरत में अपने वोट को बंटने नहीं देना है. कांग्रेस (Congress) इस लायक नहीं है कि वो बीजेपी को टक्कर दे सके, जबकि महागठबंधन के पास मजबूत आधार है. ऐसे में अपने वोटों का बिखराव नहीं होने देना है और एकजुट होकर गठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करना है.
बता दें कि चुनाव आयोग ने सीएम योगी (Yogi Adityanath) और बीएसपी प्रमुख मायावती (BSP Supremo Mayawati) को उनकी इन्हीं भाषणों के कारण नोटिस थमाया है और 24 घंटे में जवाब देने को कहा है. ऐसा माना जा रहा है कि दोनों प्रमुख नेताओं की मुसीबत आनेवाले समय में बढ़ सकती है.