दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को कुल 70 विधानसभा क्षेत्रों में अपराह्न् चार बजे तक 42.20 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। चुनाव आयोग के वोटर टर्नआउट एप से यह आंकड़े प्राप्त हुए हैं. कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच सुबह आठ बजे शुरू मतदान के जरिए कुल 672 उम्मीदवारों का भविष्य तय होगा. दिल्ली में लगभग 1.47 करोड़ मतदाता हैं. मतगणना 11 फरवरी को होगी।दिल्ली में वर्ष 2015 में पिछले विधानसभा चुनाव में 67.12 प्रतिशत मतदान हुआ था.दिल्ली में 81,05,236 पुरुष मतदाता, 66,80,277 महिला मतदाता और 869 तीसरे लिंग के मतदाताओं के लिए कुल 13,570 मतदान बूथ बनाए गए हैं.
इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, एस. जयशंकर और भाजपा के विवादित नेता प्रवेश साहिब वर्मा समेत विभिन्न सांसदों ने अपने परिवारों के साथ सुबह ही अपने मताधिकार का इस्तेताल कर लिया।नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर चुनाव लड़ रहे केजरीवाल ने कड़ी सुरक्षा के बीच सिविल लाइंस में राजपुरा ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी स्थित मतदान केंद्र में अपने पिता, मां और पत्नी के साथ मतदान किया. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुबह जल्द ही मतदान कर लिया।मतदान शाम छह बजे तक चलेंगे. यह भी पढ़े: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: मतदान खत्म होने से पहले ही अखिलेश यादव ने दी सीएम अरविंद केजरीवाल को बधाई, कहां- काम बोलता है
जहां सत्तारूढ़ आप सत्ता में लौटने का प्रयास कर रही है, वहीं भाजपा दिल्ली में 20 साल का वनवास तोड़ना चाहती है। दिल्ली पर 15 साल राज करने वाली कांग्रेस भी राष्ट्रीय राजधानी में दोबारा जनादेश पाना चाहेगी।इस बार क्यूआर कोड्स और मोबाइल एप्स जैसे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करते हुए चुनाव अधिकारी राष्ट्रीय राजधानी में कड़ी सुरक्षा के साथ मुस्तैद हैं। वे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) खिलाफ प्रदर्शन का केंद्र रहे शाहीन बाग में अतिरिक्त मुस्तैद हैं।आप जहां सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 67 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और तीन सीटें उसने अपने सहयोगियों को दी है.
जिसमें जनता दल (यूनाइटेड) को दो सीटें और लोक जनशक्ति पार्टी को एक सीट दी गई है।वहीं कांग्रेस 66 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और चार सीटें उसने राष्ट्रीय जनता दल को दे दी है।चुनाव आयोग ने 516 स्थानों और 3,704 मतदान बूथों को संवेदनशील श्रेणी में रखा है और वहां अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर वेबकास्टिंग के माध्यम से नजर रखी जा रही है।निर्विघ्न चुनाव के लिए पुलिस ने लगभग 40,000 सुरक्षाकर्मी, 19,000 होमगार्ड और केंद्रीय सैन्य पुलिस बल की 190 कंपनियां तैनात की हैं.