जामिया हिंसा मामला: दिल्ली पुलिस ने क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले 10 लोगों को किया गिरफ्तार,  इनमें कोई भी छात्र शामिल नहीं
दिल्ली पुलिस (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली:- नगरिकता संशोधन अधिनियम (Citizen Amendment Bill) के विरोध में दिल्ली की जामिया विश्वविद्यालय ( Jamia Millia Islamia) में जमकर बवाल के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए सभी अपराधी आपराधिक प्रवृत्ति (Criminal Background) के हैं. वहीं इस मामले में दिल्ली पुलिस ने किसी भी स्टूडेंट को गिरफ्तार नहीं किया है. विश्वविद्यालय रविवार को युद्ध के मैदान में तब्दील हो गया था जब हिंसक प्रदर्शन के बाद पुलिस परिसर में घुसी और बल प्रयोग किया. प्रदर्शन के दौरान जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी में पुलिस के साथ झड़प होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर चार सरकारी बसों और दो पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस घटना में छात्रों, पुलिसकर्मियों और दमकल कर्मियों समेत करीब 60 लोग घायल हो गए थे.

इस घटना के बाद पुलिस ने कहा कि वह हिंसा में शामिल लोगों की पहचान के लिए वीडियो और सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया. इसके साथ ही पुलिस बस जलाए जाने वाले मामले में आरोपी युवकों से पूछताछ शुरु कर दी है. वहीं जामिया विश्वविद्यालय की इस घटना ने सियासी रंग ले लिया है. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया ने एक बयान में कहा, मोदी सरकार ने देश व देशवासियों पर जंग छेड़ दी है. मोदी सरकार हिंसा व बंटवारे की जननी बन गई है। सरकार ने देश को नफरत के माहौल में धकेल दिया है और यह युवाओं के भविष्य को आग में झुलसा रही है. यह भी पढ़ें:- पश्चिम बंगाल: सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों में लगाई आग.

वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जामिया मिलिया इस्लामिया के विद्यार्थियों पर हुई कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन किया और दो घंटे तक इंडिया गेट पर बैठने के बाद सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को हुई घटना को 'तनाशाही' करार दिया. दिल्ली मध्य के पुलिस उपायुक्त मनदीप सिंह रंधावा ने सोमवार को कहा था कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच रविवार को हुए संघर्ष में 30 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरान लगभग 100 निजी वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं. उन्होंने कहा कि इस दौरान 39 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है.