दिल्ली स्थित जामा मस्जिद (Jama Masjid) पर शुक्रवार की नमाज के बाद भारी विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला है. भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया और मांग की कि सिर्फ मूल संविधान को ही लागू किया जाए. इस दौरान लोगों के हाथों में संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर के पोस्टर और तख्तियां थीं. लोगों ने प्रदर्शन के दौरान 'जय भीम' के नारे लगाए.
नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Register of Citizens) पर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए यह प्रदर्शन किया गया.
Chandrashekhar was arrested at jama masjid. It is baseless. He was doing protest peacefully.
We were strong
We are strong
We will be strong.
We are with chandrashekhar.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 pic.twitter.com/inZeG2wH4Q
— SON OF AMBEDKAR, SHIVAJI, PHULE, SHAHU , PERIYAR (@SandyUdct) December 20, 2019
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संविधान की प्रति, बाबा साहेब आंबेडकर (Bhimrao Ramji Ambedkar) के पोस्टर और परमवीर चक्र पुरस्कार से सम्मानित अब्दुल हमीद (Abdul Hamid) की तस्वीरों के साथ विरोध-प्रदर्शन कर रहे प्र्दशनकारियों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को वापस लिए जाने की मांग की.
This is how civilised society protests. Massive, effective yet peaceful #JamaMasjid Delhi. #CAA_NRC_Protests pic.twitter.com/busm8j7vNL
— Tawqeer Hussain (@tawqeerhussain) December 20, 2019
कई स्थानों पर निषेधाज्ञा के बावजूद भीड़ इकट्ठा हुई और प्रदर्शन किया. यहां तक कि कुछ महिला प्रदर्शनकारियों को भी प्रदर्शन में देखा गया. हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लिए प्र्दशनकारियों ने 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए.