गुरुद्वारा चुनाव में अधिक मतदाता बनाना चाहती है दिल्ली सरकार, इलेक्शन निदेशालय के साथ एक की अहम बैठक
दिल्ली विधानसभा की कमेटी ने दिल्ली में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटियों के चुनाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय के साथ एक अहम बैठक की. इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधन निदेशालय से गुरुद्वारा सिख प्रबंधन कमेटियों के चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी ली गईं.
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर: दिल्ली विधानसभा की कमेटी ने दिल्ली में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटियों के चुनाव की तैयारियों को लेकर मंगलवार को गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय के साथ एक अहम बैठक की. इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधन निदेशालय से गुरुद्वारा सिख प्रबंधन कमेटियों के चुनाव की तैयारियों के बारे में जानकारी ली गईं. दिल्ली सरकार की तरफ से दिल्ली (Delhi) सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटियों के चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. सरकार प्रबंधन कमेटियों का चुनाव सही समय पर निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराना सुनिश्चित करेगी.
कमेटी को गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय ने बताया कि मतदाता सूची का पुनरीक्षण शुरू कर दिया गया है और हर वार्ड में अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं. अधिकारी घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन शुरू कर दिए हैं. साथ ही ऑनलाइन मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. आम आदमी पार्टी के विधायक एवं विधानसभा की कमेटी के सदस्य जरनैल सिंह ने कहा, "दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी में 46 वार्ड हैं, जिनमें चुनाव होने हैं. इस संबंध में विधानसभा में कमेटियों की बैठक हुई. इस बैठक में गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय के अधिकारी को भी बुलाया गया था."
कमेटी ने निदेशालय को निर्देशित किया कि प्रबंधन कमेटियों का चुनाव समय से और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराया जाना सुनिश्चित किया जाए. गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय ने कमेटी को बताया कि 22 अक्टूबर से लेकर 20 नवंबर तक मतदाता सूची का पुनरीक्षण का कार्य किया जाएगा. जरनैल सिंह ने बताया कि 2017 का चुनाव को देखा जाए, तो उस चुनाव में पूरी दिल्ली में सिर्फ 1.75 लाख वोट पड़े थे, जबकि दिल्ली में सिखों की आबादी इससे कई गुना अधिक रहती है.
अधिक से अधिक मतदाता सूची का पुनरीक्षण (रिवीजन) हो सके और अब तक मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने से वंचित रहने वाले ज्यादा से ज्यादा लोगों को उसमें शामिल किया जा सके, यही हमारा उद्देश्य है. इस दौरान कमेटी ने यह भी देखा कि जितने वोट बने हैं, उसमें से करीब 45 फीसदी के आसपास वोट ही पड़े.
उन्होंने कहा, "अगर मौजूदा कमेटी की बात की जाए, तो वो सिर्फ 76000 वोट से चुनाव जीती है. हमारी कोशिश यही है कि ज्यादा से ज्यादा वोट बने. कमेटी ने गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय को मतदाताओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का भी निर्देश दिया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वोट डालने के लिए आगे आएं और सही समय पर निष्पक्ष तरीके से ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी से चुनाव में हो सके."