दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: अमित शाह ने कहा- आपका वोट बताएगा कि दिल्ली के मतदाता शाहीन बाग वालों के साथ है या भारत माता के बेटों के साथ
राजधानी में विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियां प्रचार में जुटी हुई है. वैसे सूबे में प्रमुख मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने दिल्ली जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया है. इसके साथ ही बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेता एक दूसरे पर हमलावर हैं. अमित शाह ने नजफगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 8 फरवरी को आपका एक वोट तय करेगा कि आप शाहीन बाग वालों के साथ हैं या भारत माता के साथ.
नई दिल्ली. राजधानी में विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) के मद्देनजर सभी राजनीतिक पार्टियां प्रचार में जुटी हुई है. वैसे सूबे में प्रमुख मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने दिल्ली जीतने के लिए पूरा जोर लगा दिया है. इसके साथ ही बीजेपी और आम आदमी पार्टी के नेता एक दूसरे पर हमलावर हैं. इसी बीच बीजेपी ने शाहीन बाग (Shaheen Bagh) का मुद्दा उठाकर केजरीवाल की सरकार पर हमला बोला है. शाहीन बाग में नागरिकता कानून (Citizenships Amendment Act) और एनआरसी (National Register of Citizens) के खिलाफ जारी प्रदर्शन का मसला उठाकर बीजेपी दिल्ली चुनाव में इसका फायदा लेना चाहती है. इसी कड़ी में अमित शाह ने नजफगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 8 फरवरी को आपका एक वोट तय करेगा कि आप शाहीन बाग वालों के साथ हैं या भारत माता के साथ.
अमित शाह ने कहा कि मैं यहां अजीत खड़खड़ी को जिताने के लिए यहां आया हूं. ये पूरा क्षेत्र वीर माताओं और वीर जवानों का इलाका है. उन्होंने आगे कहा कि केजरीवाल सरकार ऐसी है जो 5 साल से झूठ पर झूठ बोलती जा रही है. और जब हम उनका पर्दाफश करते हैं तो वो कहते हैं कि आप दिल्ली का अपमान कर रहे हो. अरे केजरीवाल जी इंदिरा जी को एक जमाने में उनके आस-पास रहने वाले कहते थे 'इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा'. यह भी पढ़े-दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: गृह मंत्री अमित शाह का केजरीवाल सरकार पर आरोप, कहा- राजधानी में दंगा और हिंसा आप सरकार ने कराया
BJP का ट्वीट-
अमित शाह ने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी ने 5 साल शासन किया लेकिन कुछ नहीं किया. 15 लाख सीसीटीवी कैमरा लगाने वाले थे लेकिन कितने लगे? 5 हज़ार नई DTC बस लेनी थी लेकिन जो थी उसमें से भी 1 हज़ार कम कर दी गई, जितने भी अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई करने का वादा किया था, एक भी कर्मचारी को स्थाई नहीं किया.
गौरतलब है कि दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. जिसमे से आप के खाते में 62 सीटें हैं. जबकि बीजेपी के पास 4 सीट और 4 सीटें खाली हैं. वही दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल वर्ष 2015 से शुरू हुआ और 22 फरवरी 2020 तक चलने वाला है.