रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का बयान, कहा- पीओके में हो रहे मानवाधिकार हनन पर ध्यान दे पाकिस्तान
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के नागरिकों को मिले मानवाधिकारों का हनन रोकने पर ध्यान देना चाहिए. रक्षामंत्री अपनी यात्रा के दौरान पाकिस्तान से खतरों के मद्देनजर इस क्षेत्र में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा भी करने वाले हैं.
नई दिल्ली : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के नागरिकों को मिले मानवाधिकारों का हनन रोकने पर ध्यान देना चाहिए. लेह स्थित डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ हाईयर एल्टीट्यूड रिसर्च द्वारा आयोजित किसान विज्ञान मेले में मुख्य अतिथि के रूप में लद्दाख गए सिंह ने ट्वीट किया.
कहा कि, "देश में इस बात को लेकर कभी कोई आशंका नहीं थी कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. सच्चाई यह है कि पाकिस्तान ने पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान में अवैध कब्जा कर रखा है. पाकिस्तान को पीओके में नागरिकों का हो रहे मानवाधिकार हनन पर ध्यान देना चाहिए."
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उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "पाकिस्तान के पास कश्मीर मामले में हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं है. दूसरी ओर, वह अवैध रूप से पीओके पर कब्जा किए हुआ है. भारतीय संसद ने 1994 में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया, जिससे भारत की स्थिति बिल्कुल स्पष्ट हो गई थी."
रक्षामंत्री अपनी यात्रा के दौरान पाकिस्तान से खतरों के मद्देनजर इस क्षेत्र में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा भी करने वाले हैं.
उन्होंने ट्वीट किया, "मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कश्मीर उसके कब्जे में कब था? और पाकिस्तान खुद भी भारत से अलग होकर ही बना है. हम पाकिस्तान के अस्तित्व का सम्मान करते हैं और इसका मतलब यह नहीं है कि पाकिस्तान लगातार भारत के बारे में विवेकहीन टिप्पणी कर सकता है."