नई दिल्ली. कोरोना वायरस से लड़ाई में मददगार पुलिसकर्मियों, अध्यापकों, प्रधानाचार्य, सिविल डिफेंस कर्मियों आदि की यदि कोरोना वायरस के कारण मौत हो जाती है, तो दिल्ली सरकार ऐसे कर्मचारियों के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देगी. अभी तक यह मुआवजा केवल दिल्ली के अस्पतालों में रोगियों का उपचार कर रहे डॉक्टर्स, अन्य स्वास्थ्य कर्मियों व सफाई कर्मचारियों तक सीमित था.
शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए इस प्रकार के मुआवजे की घोषणा की, जो इस समय अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं और कोरोना की रोकथाम, बचाव और राहत के कार्यों में जुटे हुए हैं. ऐसे किसी भी सरकारी कर्मचारी की कोरोना वायरस वायरस के कारण मौत हो जाने पर दिल्ली सरकार ऐसे कर्मचारियों के परिजनों को एक करोड़ रुपये का मुआवजा देगी. यह भी पढ़े-Coronavirus: दिल्ली के जहांगीरपुरी में एक ही परिवार के 26 लोग कोरोना से संक्रमित, सीएम अरविंद केजरीवाल ने की पुष्टि
मुख्यमंत्री ने कहा, "अभी तक स्वास्थ्य व सफाई कर्मचारियों के लिए इस प्रकार के मुआवजे की घोषणा की गई थी। लेकिन अब अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे पुलिसकर्मियों, विभिन्न स्कूलों में भोजन बांट रहे अध्यापकों, प्रधानाचार्य की कोरोना से मौत होने पर उनके परिजनों को भी एक करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा,."मुख्यमंत्री के मुताबिक, इनके अलावा ऐसे अन्य कर्मचारी जो राहत और बचाव के कार्य में जुटे हुए हैं, यदि कोरोना वायरस के कारण उनकी मौत होती है तो उनके परिजनों को भी एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
गौरतलब है कि दिल्ली में अभी तक कोरोनावायरस के 1707 मामले सामने आए हैं. दिल्ली में कोरोना हॉटस्पॉट यानी कंटेनमेंट जोन की संख्या शनिवार को बढ़कर 71 हो गई. शुक्रवार रात तक दिल्ली में कुल 68 हॉटस्पॉट थे। शनिवार को दिल्ली में सरकार ने जिन तीन नए हॉटस्पॉट की पहचान की है, उनमें इजराइल कैम्प (रंगपुरी पहाड़ी), बुधनगर इंद्रपुरी और ई-ए ब्लॉक इंद्रपुरी शामिल हैं.