तिरुअनंतपुरम, 26 अगस्त: केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन (Pinarayi Vijayan) पर बड़ा हमला बोलते हुए राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला ने बुधवार को यहां कहा कि राज्य के सचिवालय में लगी आग गोल्ड स्मगलिंग केस में विजयन को बचाने की साजिश है. इस बीच केरल सरकार ने एडीजी मनोज अब्राहम को आग लगने के कारणों की जांच करने को कहा है. आग मंगलवार को लगी थी और जांच बुधवार को शुरू हो गई.
सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए चेन्निथला ने विजयन का इस्तीफा मांगा और कहा, "सभी ने कल चीफ सेक्रेटरी विश्वास मेहता को देखा, जब सचिवालय के सामान्य प्रशासन विभाग में आग लगी. वो मीडिया को वहां से भगाने में लगे थे. वो विश्वास मेहता नहीं अविश्वास मेहता हैं. उन्होंने अपनी विश्वसनीयता खो दी है. उनका मुख्य मकसद विजयन को बचाना है."
बता दें कि सचिवालय में मंगलवार को करीब साढ़े चार बजे आग लगी, जिसके बाद कांग्रेस और भाजपा के कई बड़े नेता यहां पहुंचे. चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस विधायक वी. एस. शिवकुमार वहां पहुंचे थे, लेकिन पुलिस और दूसरे अधिकारियों ने उन्हें वहां जाने नहीं दिया.
उन्होंने कहा, "जब मैं वहां पहुंचा, तब उन लोगों को एंट्री मिली. बात साफ है कि आग जानबूझ कर लगाई गई. गोल्ड स्मगलिंग केस में एनआईए विजयन के दरवाजे तक पहुंच गई है. हमने राज्यपाल से भी कल मुलाकात की. हमारी मांग है कि एनआईए आग लगने की घटना की भी जांच करे." विपक्ष के नेता ने यह भी कहा कि सभी ने सुना कि विजयन के निवास पर लगे सीसीटीवी वज्रपात में तबाह गए. इसके बाद पता चला कि सचिवालय में आग लग गई. सब कुछ संदेहास्पद है. "जब तक हम विजयन को हटा नहीं देते, हम चैन से नहीं बैठेंगे."