लोकसभा चुनाव 2019: राहुल गांधी आज जारी करेंगे कांग्रेस का Manifesto, दे सकते हैं ये सौगात
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी करेगी. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मंगलवार की दोपहर कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करेंगे. कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में न्यूनतम आय योजना (NYAY) के तहत गरीबों को 72,000 रुपये सालाना देने के वादे के साथ-साथ कुछ अन्य अहम वादों को भी जगह दे सकती है.
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां एड़ी चोटी का बल लगा रही हैं. 11 अप्रैल से शुरू होने वाले चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जनता को लुभाने की कोशिश में लगी हुई हैं. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी करेगी. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मंगलवार की दोपहर कांग्रेस का घोषणापत्र (Congress Manifesto) जारी करेंगे. इस मौके पर यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, कैप्टन अमरेंद्र सिंह, सीएम अशोक गहलोत, कमलनाथ, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. घोषणा पत्र की थीम 'अन्याय से न्याय' की ओर रखी गई है.
कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में न्यूनतम आय योजना (NYAY) के तहत गरीबों को 72,000 रुपये सालाना देने के वादे के साथ-साथ कुछ अन्य अहम वादों को भी जगह दे सकती है. कांग्रेस अध्यक्ष ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो गरीबी हटाने के लिए न्यूनतम आय योजना लागू करेगी. इसके अलावा पार्टी स्वास्थ्य का अधिकार कानून सहित किसान कर्जमाफी, नीति आयोग को खत्म करने से लेकर दलितों एवं ओबोसी समुदायों के लिए कई वादों के साथ मैदान में उतरेगी. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव से पहले फेसबुक ने फर्जी अकाउंट्स के खिलाफ छेड़ी जंग, डिलीट किए कांग्रेस से जुड़े 687 पेज
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ दिनों पहले ऐलान किया था कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो गरीबी हटाने के लिए न्यूनतम आय योजना शुरू की जाएगी. इसके तहत देश के पांच करोड़ सबसे गरीब परिवारों को प्रति माह 6,000 रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा युवाओं को 22 लाख नौकरियां देने का वादा भी घोषणा पत्र में शामिल हो सकता है. हालांकि कांग्रेस पार्टी ने साफ कर दिया है कि ये नौकरियां नए पदों के सृजन से नहीं मिलेंगी, बल्कि ये वे पद हैं, जो एनडीए-बीजेपी सरकार के कार्यकाल में भरे ही नहीं गए. अगर कांग्रेस पार्टी की सरकार आती है तो 31 मार्च 2020 तक ये सभी पद भर दिए जाएंगे.