मुंबई: महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के बाद मंत्री पद के बंटवारे को लेकर विधायकों में असंतोष देखने के मिल रहा है. इस बीच मंत्रीपद नहीं मिलने से नाराज शिवसेना के कोटे से राज्यमंत्री बने अब्दुल सत्तार के इस्तीफे की खबरों के बीच कांग्रेस के विधायक ने इस्तीफे की धमकी दी है. जालना से विधायक कैलाश गोरंट्याल (Kailash Gorantyal) ने कहा है कि वे पार्टी के अनेक कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देंगे. विधायक कैलाश गोरंट्याल ने कहा, ‘पार्टी ने मुझे उपेक्षित किया और मेरे साथ न्याय नहीं किया.' गोरंट्याल ने कहा, वह पार्टी के प्रदेश प्रमुख बालासाहेब थोराट से मिलेंगे और उन्हें पार्टी के पदों से अपना इस्तीफा सौंपेंगे. गोरंट्याल के अलावा जालना के म्युनिसिपल काउंसिल और जिला परिषद के कांग्रेसी भी अपना इस्तीफा सौंपेंगे. विधायक ने दावा कि जालना में सभी तहसीलों के कांग्रेस पदाधिकारियों ने पहले ही पद छोड़ दिया था.
नगर कांग्रेस अध्यक्ष शेख महमूद ने कहा कि गोरंट्याल तीन बार से विधायक थे और वह पहले पार्षद भी रह चुके हैं तथा उन्होंने जिले में पार्टी को मजबूत करने में कड़ी मेहनत की है. महमूद ने कहा, ‘हमने पार्टी नेतृत्व को अपना इस्तीफा सौंपने का फैसला किया है.' विधानसभा चुनाव में गोरंट्याल ने शिवसेना के अर्जुन खोटकर को हराया था. गोरंट्याल का कहना है कि वे तीन बार से विधायक हैं और उन्हें उम्मीद थी कि इस बार मंत्री पद दिया जाएगा. गोरंट्याल के समर्थकों की ओर से भी लगातार मांग की जा रही थी कि उन्हें मंत्री पद दिया जाए.
शनिवार रात महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के तीनों दलों के बीच मंत्री पद को लेकर लंबी चर्चा हुई. इसके बाद सरकार की ओर से मंत्रियों और उनके विभागों की लिस्ट राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को भेजी गई थी, जिसे उन्होंने रविवार सुबह मंजूरी दे दी.
एनसीपी के अनिल देशमुख को गृह मंत्रालय, उपमुख्यमंत्री अजित पवार को वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है. शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को शहरी विकास और सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को पर्यटन और पर्यावरण विभाग मिला है. कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट को राजस्व और अशोक चव्हाण को पीडब्लूडी की जिम्मेदारी दी गई है.