नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Congress leader Ghulam Nabi Azad) ने बिहार विधानसभा और उपचुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी में मचे अंतर्कलह पर उन्होंने भी अपनी प्रतिक्रया दी हैं. उन्होंने रविवार को मीडिया के बातचीत में कहा कि चुनाव में हार के लिए वह पार्टी नेतृत्व को दोष नहीं दे सकते हैं. क्योंकि हमने जमीनी स्तर पर जनता से संपर्क खो दिया है. हम सभी को पार्टी से प्यार करना चाहिए और इसे दोबारा मजबूत बनाने की जरूरत हैं. हमें इसके लिए पार्टी का लीडर बदलने की जरूरत नहीं हैं. बल्कि जरूरत है पार्टी का ढांचा बदलने की.
आजाद ने पार्टी के शीर्ष नेताओं का बचाव करते हुए कहा कि हमारा ढ़ांचा कमजोर है, हमें ढ़ांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा. फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा. सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी, बिहार आएगा, मध्य प्रदेश आएगा, उत्तर प्रदेश आएगा, नहीं वो सिस्टम से बदलेगा यह भी पढ़े: Kapil Sibal Questions Congress Leadership: बिहार में मिली हार के बाद कपिल सिब्बल बोले- कांग्रेस लीडरशिप ने पराजय को ही अपनी नियती मान ली है
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद का बयान:
#WATCH हमारा ढ़ांचा कमजोर है, हमें ढ़ांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा। फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा। सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी, बिहार आएगा, मध्य प्रदेश आएगा, उत्तर प्रदेश आएगा, नहीं वो सिस्टम से बदलेगा : गुलाम नबी आज़ाद, कांग्रेस pic.twitter.com/t8xwmXpWaR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 22, 2020
वहीं अपाने बयान में आजाद ने कहा कि फाइव स्टार से चुनाव नहीं लड़े जाते. हमारे नेताओं के साथ समस्या है कि अगर टिकट मिल गया तो 5-स्टार में जाकर बुक हो जाते हैं. एयर कंडीशनर गाड़ी के बिना नहीं जाएंगे, जहां कच्ची सड़क है वहां नहीं जाएंगे. जब तक ये कल्चर हम नहीं बदलेंगे, हम चुनाव नहीं जीत सकते.
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी में कलह शुरू हैं. पार्टी के नेता आपस में ही बयान बाजी कर रहे है कि पार्टी के नेतृत्व की कमी हैं. जिसकी वजह से पार्टी को सभी चुनाव में हर का मुंह देखना पड़ रहा है.