नई दिल्ली, 19 अक्टूबर: गुजरात में उपचुनाव से पहले राज्य के कांग्रेस (Congress) विधायकों द्वारा इस्तीफे दिए जाने को लेकर पार्टी ने आरोप लगाया है कि इन विधायकों को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने खरीदा है. पार्टी नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, "भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के एक जज या कम से कम हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को इस घोटाले की जांच करनी चाहिए."
सिंघवी ने कहा कि अक्षय पटेल और काकरिया ने टेप में स्वीकार किया था कि उन्हें गुजरात के आगामी उपचुनावों के लिए पैसा और यहां तक कि बीजेपी का टिकट भी मिला था. बता दें कि इस्तीफा देने वाले 8 में से 5 विधायकों को आगामी उपचुनावों के लिए बीजेपी ने टिकट दिया है. गुजरात में 3 नवंबर को 8 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है और 10 नवंबर को मतगणना होनी है.
किरीट सिंह राणा (Kirit Singh Rana) के अलावा बीजेपी ने कांग्रेस (BJP-Congress) छोड़कर आए 5 विधायकों को भी मैदान में उतारा है. ये उम्मीदवार अब्दसा से प्रद्युम्नसिंह जडेजा, मोरबी से बृजेश मेरजा, धारी से जेवी काकरिया, कापराडा से जीतू चौधरी और कर्जन से अक्षय पटेल हैं.
बीजेपी ने गढ़डा (एससी) सीट से पूर्व राज्य मंत्री और पूर्व उपाध्यक्ष आत्माराम परमार और डांग विधानसभा सीट से पूर्व विधायक विजय पटेल को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने कपराडा से बाबू वडता, डांग से सूर्यकांत गामित, अब्दसा से शांतिलाल संघानी, मोरबी से जयंतीभाई पटेल, धारी से सुरेश कोटडिया, गढ़डा से मोहनभाई सोलंकी और कर्जन से किरीटसिंह जडेजा को उम्मीदवार बनाया है.