कांग्रेस के घोषणापत्र पर योगी आदित्यनाथ का वार, कहा- लगता है शहरी नक्सलियों ने पार्टी को हाईजैक किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर फिर से हमला बोला है. आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को अपना घोषणा-पत्र जारी किया. इसके बाद से तमाम बीजेपी नेता कांग्रेस और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों ले रहे है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर फिर से हमला बोला है. आगामी लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को अपना घोषणा-पत्र जारी किया. इसके बाद से तमाम बीजेपी नेता कांग्रेस और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों ले रहे है. इसी कड़ी में बुधवार को सीएम योगी ने कहा कि लगता है शहरी नक्सलियों ने घुसपैठ करके कांग्रेस को हाईजैक कर लिया है. इसलिए ऐसा घोषणापत्र बनाया गया है.
बागपत में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस के आफस्पा हटाने और राजद्रोह कानून खत्म करने के वादे पर कहा, ‘‘ऐसा लगता है जैसे शहरी नक्सलियों ने कांग्रेस के अंदर घुसपैठ करके पार्टी को ही हाईजैक कर लिया हो. कांग्रेस और उसके सहयोगी दल देश के सामने ऐसा शर्मनाक दृश्य ही पैदा करना चाहते हैं.’’
कांग्रेस के घोषणापत्र के अनुसार, केंद्र में सरकार बनने पर पार्टी जम्मू एवं कश्मीर में स्थिति बेहतर करेगी तथा सैन्य बल (विशेष बल) अधिनियम और जम्मू एवं कश्मीर में अशांत क्षेत्र अधिनियम की समीक्षा भी करेगी. कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र की सत्ता मिलने के बाद देशद्रोह कानून खत्म करने और सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) कानून में संशोधन सहित विभिन्न कानूनों की गहन समीक्षा करेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी किया. इसमें रोजगार सृजन, कृषि संकट के समाधान, जीएसटी के लिए समान दर लाने और गरीब परिवारों को प्रति वर्ष 72,000 रुपये देने जैसे कई लुभावने वादे किए गए है.
उधर बीजेपी ने कांग्रेस के घोषणापत्र को ‘घातक एवं लागू नहीं किए जाने योग्य’ बताया है. कुछ कानूनों की समीक्षा या निरस्त करने के वादे के लिए विपक्षी पार्टी पर करारा प्रहार किया है. सत्तारूढ़ दल ने आरोप लगाया कि इस घोषणापत्र से भारत की एकता खतरे में पड़ सकती है.
गौरतलब हो कि देश में लोकसभा चुनाव सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक होंगे. और मतगणना 23 मई को होगी.