उत्तर प्रदेश के सभी श्रमिकों की सुरक्षित घर वापसी हमारी प्रतिबद्घता: CM योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दूसरे प्रदेशों में उप्र के जो भी श्रमिक और कामगार हैं उनकी सुरक्षित घर वापसी हमारी प्रतिबद्घता है. यह सिलसिला मार्च के अंतिम हफ्ते से ही जारी है. सभी श्रमिकों की घर वापसी तक यह जारी रहेगा. इन सबको उनकी दक्षता के अनुसार स्थानीय स्तर पर हम रोजगार भी उपलब्ध कराएंगे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा है कि दूसरे प्रदेशों में उप्र के जो भी श्रमिक और कामगार हैं उनकी सुरक्षित घर वापसी हमारी प्रतिबद्घता है. यह सिलसिला मार्च के अंतिम हफ्ते से ही जारी है. सभी श्रमिकों की घर वापसी तक यह जारी रहेगा. यहां अपने सरकारी आवास पर बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा हमने दूसरे राज्यों की सरकारों से अपने प्रदेश के श्रमिकों कामगारों की जनपदवार सूची उपलब्ध उपलब्ध कराने को कहा है.
राज्यों से सूची मिलते ही हम अपने प्रदेश के लोगों को लाने की तुरंत व्यवस्था कर रहे हैं. जिस तरह से घर वापसी का हमारा ये काम चल रहा है उम्मीद है कि हर श्रमिक शीघ्र ही सुरक्षित अपने-अपने घर होंगे. उप्र के सभी श्रमिकों की सुरक्षित घर वापसी हमारी प्रतिबद्घता है.
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उन्होंने बताया कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों को लेकर 37 ट्रेनें आ चुकी हैं. इससे करीब 30 हजार से अधिक प्रवासी आए हैं. इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हजार से अधिक श्रमिक लाए गए हैं. इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और अन्य जगहों से करीब साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिकों को बसों के जरिए उनको उनके घर पहुंचाया गया था.
आज 20 ट्रेनों से और कल 30 ट्रेनों से आएंगे श्रमिक
मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरुवार को कई प्रदेशों से श्रमिकों को लेकर 20 ट्रेनें आ रही हैं. इसी तरह शुक्रवार 25 से 30 ट्रेनों के आने की उम्मीद है. इनको सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 10 हजार से ज्यादा बसें लगाई गई हैं. आने वाले हर श्रमिक के स्वास्थ्य की जांच क्वारंटाइन सेंटरों पर होगी. अगर कोई संदिग्ध मिलता है तो उसे मुकम्मल जांच के लिए वहीं आइसोलेट कर दिया जाएगा. स्वस्थ लोगों को इस हिदायत के साथ घर भेजा जाएगा कि वह खुद और परिवार की सुरक्षा के लिए होम क्वारंटाइन के नियमों का अनुपालन करें.
12 हजार से अधिक क्वारंटाइन सेंटरों पर स्वास्थ्य की जांच के लिए 50 हजार से अधिक प्रशिक्षित चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है. जिला प्रशासन को यह साफ निर्देश है कि वे आने वाले श्रमिकों-कामगारों से सहानुभूतिपूर्ण सम्मानजनक व्यवहार करें. इन सबको उनकी दक्षता के अनुसार स्थानीय स्तर पर हम रोजगार भी उपलब्ध कराएंगे. इसके लिए हमारी कार्ययोजना बनकर लगभग तैयार है.