Tejashwi Yadav Attack on CM Nitish Kumar: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर वह धरने पर बैठे हैं. हम प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछना चाहते हैं कि केंद्र सरकार नवमी अनुसूची में आरक्षण को शामिल क्यों नहीं कर रही है. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब केंद्र सरकार ने विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार कर दिया, तो जनता दल यूनाइटेड के लोग ताली बजा रहे थे. उन्होंने सवाल किया कि क्या विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा या नहीं मिलेगा. उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर आरक्षण और विशेष राज्य के दर्जे के मुद्दे पर ढिलाई बरतने का आरोप लगाया है.
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि विशेष राज्य के दर्जे पर जदयू के लोगों की जुबान क्यों नहीं खुल रही है? मैं तो कहता हूं कि आरक्षण बढ़ाने का काम आप लोग ही करवाइए, आप केंद्र में हैं, पावर में हैं, विशेष राज्य का दर्जा दिलवाइए. नरेंद्र मोदी तीन बार से प्रधानमंत्री बन रहे हैं, उसमें बिहार का बड़ा योगदान है, फिर भी बिहार के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है. संजय झा के तंज पर उन्होंने कहा कि 17 महीने सरकार में रहने के दौरान हमने जाति जनगणना कराई. इसी 17 महीने में हमने आरक्षण की सीमा बढ़ाई. हमने 5 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया था और 3 लाख लोगों को नौकरी दी. इसी 17 महीने में हमने आईटी पॉलिसी बनाई, खेल नीति बनाई. यह भी पढ़ें: Rahul Gandhi Attack on Central Government: हरियाणा और महाराष्ट्र की घटना को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी के इस्तीफे पर उन्होंने कहा कि क्या कीजिएगा, सभी लोगों को पद चाहिए, लेकिन पद सीमित हैं. पद जितना रहेगा, लोग उतना ही दे पाएगा, लेकिन निश्चित तौर पर लोगों को पद की लालसा रहती है. सभी लोगों को विधायक और सांसद बनना है, सभी लोग तो विधायक, सांसद बन नहीं सकते. बता दें कि केसी त्यागी ने रविवार को जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दिया था. उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा देने की बात कही. उनका इस्तीफा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से स्वीकार कर लिया गया है. पार्टी के राष्ट्रीय सचिव आफाक अहमद खान ने केसी त्यागी के इस्तीफे की जानकारी देते हुए राजीव रंजन प्रसाद को नया प्रवक्ता बनाये जाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से मिले दिशा-निर्देशों के बाद लिया गया है.