बिलासपुर जिला मुख्यालय में बीते 04 जनवरी को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन के दौरान बड़ी ही विनम्रता से यह बात कही, कि वह राजा नहीं किसान के बेटे हैं. मुख्यमंत्री ने दरअसल यह बात बिलासपुर के विधायक शैलेष पाण्डेय द्वारा उन्हें उद्बोधन के दौरान राजा कहे जाने के परिप्रेक्ष्य में कही थी.
विधायक शैलेष पाण्डेय ने कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजा कहकर संबोधित किया था. सहज, सरल और सादगी पसंद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को विधायक श्री पाण्डेय का यह विशेषण पसंद नहीं आया और उन्होंने कहा कि वे किसान के बेटे हैं. उन्हें किसान ही रहने दें. छत्तीसगढ़ के जनता जनार्दन की सेवा करने हेतु चौबीसों घंटे तत्पर हैं. वे ही नहीं बल्कि उनके मंत्रिमण्डल के सभी साथी छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा के लिए संकल्पित है. इसमें किसी भी तरह की किसी भी स्थिति में कमी नहीं आएगी. यह भी पढ़ें-छत्तीसगढ़ सरकार के दो वर्ष पूरे, CM भूपेश बघेल की उपलब्धियों को हजारों लोगों ने देखा, योजनाओं को समझा और सराहा
ज्ञात हो कि इससे पहले छत्तीसगढ़ सरकार के दो साल पुरे होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपलब्धियों को हजारों लोगों ने देखा, योजनाओं को समझा और सराहा था. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर #CGSwabhimaanKe2Saal ट्रेंड में भी रहा था. पिछले महीने राज्य की कांग्रेस सरकार ने उद्यमिता को भी बढ़ावा देने के उद्देश्य से भी एक बड़ा फैसला लिया है.