केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों को असम और त्रिपुरा भेजा
लोकसभा से नागरिकता संशोधन बिल 2019 के पास होने के बाद विपक्ष लगातार इस विधेयक का विरोध कर रहा है. कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल इस बिल को लेकर सरकार पर हमलावर है. वही पूर्वोत्तर में भी नागरिकता संशोधन बिल 2019 का तगड़ा विरोध शुरू है. असम और त्रिपुरा में अलग अलग जगहों पर हंगामा, आगजनी और विरोध प्रदर्शन जारी है. इसके साथ ही कहीं चक्का जाम हो रहा है, मार्केट भी बंद करा दिए गए हैं. त्रिपुरा से मंगलवार शाम खबर आयी कि 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गयी है.
नई दिल्ली. लोकसभा से नागरिकता संशोधन बिल 2019 (Citizenship Amendment Bill 2019) के पास होने के बाद विपक्ष लगातार इस विधेयक का विरोध कर रहा है. कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल इस बिल को लेकर सरकार पर हमलावर है. वही पूर्वोत्तर में भी नागरिकता संशोधन बिल 2019 का तगड़ा विरोध शुरू है. असम (Assam) और त्रिपुरा (Tripura) में अलग अलग जगहों पर हंगामा, आगजनी और विरोध प्रदर्शन जारी है. इसके साथ ही कहीं चक्का जाम हो रहा है, मार्केट भी बंद करा दिए गए हैं. त्रिपुरा से मंगलवार शाम खबर आयी कि 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद की गयी है. असम और त्रिपुरा में मचे घमासान के बीच केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने जम्मू-कश्मीर में तैनात भारतीय सेना के जवानों को सरकार ने ऐतिहातन असम और त्रिपुरा भेजने का फैसला किया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार त्रिपुरा के कंचनपुर और मनु में सुरक्षाबलों को भेजा गया है. इसके साथ ही असम के बोंगाईगांव में भारतीय सेना के जवानों को भेजा गया है. असम में विरोध के मद्देनजर कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है, या फिर उनके रास्ते बदल दिए गए हैं. कई ट्रेनों के समय में भी बदलाव किया गया है। डिब्रूगढ़ में हालात सबसे ज्यादा खराब है. यह भी पढ़े-नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर बोली BJP- यह विधेयक मनमोहन सिंह की सलाह पर लाया गया
जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों को असम और त्रिपुरा भेजा
वही अफवाहों के मद्देनजर त्रिपुरा की सरकार ने सूबे में मोबाइल इंटरनेट, एसएमएस सेवाओं पर 48 घंटे के लिए बंद कर दिया है. मंगलवार देर शाम राज्य के आदिवासी इलाकों में कुछ अफवाह फैलाई जा रही थी, जिसकी वजह से अब पुलिस अलर्ट मोड़ पर है.