लखनऊ:- नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी है और अब उसकी आग उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक पहुंच गई है. सूबे में धारा 144 लागू होने के बावजूद लखनऊ की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में आग लगा दी. भीड़ ने सड़क के किनारे खड़ी गाड़ियों और संभल में बसों को अपना निशाना बनाया. लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र के मदेयगंज पुलिस चौकी पर भी तोड़फोड़-आगजनी की खबर आई है. वहीं भीड़ को नियंत्रण करने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े. वहीं संदिग्ध यात्रियों को रोकने के निर्देश दिए गए हैं. मेट्रो स्टेशनों पर परिचालन से जुड़े अफसर भी लगाए गए हैं. स्टेशनों पर अतरिक्ति चौकसी बरती जा रही है. लखनऊ मेट्रो रेल कॉपोर्रेशन ने केडी सिंह मेट्रो स्टेशन पर टिकटों की बिक्री बंद कर दी है. इसी के मेट्रो स्टेशन के गेट भी बंद कर दिए गए हैं.
बता दें कि इससे पहले अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और लखनऊ में रविवार को पथराव के बाद धारा 144 लगाने का फैसला यूपी पुलिस ने किया था. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर कूल 21 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी और 56 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. हिंसक झड़प के बाद अलीगढ यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक बंद रखने का भी फैसला लिया गया है. यह भी पढ़ें:- CAA Protest: दिल्ली में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन, कई इलाकों में कॉलिंग-इंटरेनट और SMS सेवा बंद.
Lucknow: Vehicles set ablaze in Hasanganj during protest against #CitizenshipAmendmentAct. pic.twitter.com/x2rhSsNnQx
— ANI UP (@ANINewsUP) December 19, 2019
नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध दिल्ली के कई इलाकों देखने को मिला. जिसके कारण मोबाइल और इंटरनेट सेवा किसी तकनीकी खराबी के चलते बंद कर दी गई थी. राजधानी के कुछ हिस्सों में कुछ तय वक्त के लिए इंटरनेट और मोबाइल सेवा दिल्ली पुलिस के आदेश पर बंद की गई. वहीं उत्तरी दिल्ली में लाल किले के चारों ओर के रास्तों पर अचानक आई भीड़ के सैलाब से मध्य दिल्ली जिले के दरियागंज, जामा मस्जिद, तुर्कमान गेट, एलएनजेपी, कमला मार्केट, बहादुर शाह जफर मार्ग (प्रेस एरिया के सामने), मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के आसपास की सड़कों पर वाहनों की भीड़ लग गई.
जाम से आमजन को बचाने के लिए हालांकि दिल्ली पुलिस ने बुधवार रात ही खास रणनीति बना ली थी. सिविल पुलिस के अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस को भी अधिक संख्या में इलाके की सड़कों पर यातायात इंतजाम के लिए उतारा गया. इसके बावजूद भीड़ के सामने पुलिस के तमाम इंतजाम धरे रह गए.